एमपी में बारिश से 22 लोगों की जान गई
cm shivraj singh
 
 
शिवराज ने करवाया वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे कार्य शुरू
 
 
 
 
 मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये है कि वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में जलजनित बीमारियों के रोकथाम की पुख्ता व्यवस्था करें तथा इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगायें। मुख्यमंत्री  चौहान यहाँ प्रदेश में वर्षा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बताया गया कि प्रदेश में अति वर्षा से प्रभावित क्षेत्र में नुकसान का सर्वे कार्य शुरू हो गया है।एमपी में भारी बारिश के कारण 22 लोगों की मौत हो गई है और वर्षाजनित बीमारियां फैलना शुरू हो गई हैं। 
 
मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल के नमूनों की जाँच करें। यह सुनिश्चित करें कि कही भी दूषित पेयजल से बीमारियाँ नहीं फैले। प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त दवाइयाँ उपलब्ध रहें। अति वर्षा से हुए नुकसान का प्रतिवेदन शीघ्र केंद्र सरकार को भेजें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने छिंदवाड़ा जिले का परासिया पुल टूटने से ग्राम बेलगाँव में फँसे दस लोगों को निकालने की त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिये।
 
बैठक में बताया गया कि अति वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे का कार्य शुरू हो गया है। अति वर्षा से प्रदेश के 21 जिले प्रभावित हुए हैं। प्रदेश में अब तक अति वर्षा से 22 लोगों की मृत्यु हुई है। इसमें भोपाल में 5, विदिशा में 3, दमोह में 5, रायसेन, रीवा, सागर, मंडला, टीकमगढ़, दमोह, सिवनी, सीहोर तथा आगर मालवा में एक-एक व्यक्ति शामिल है। प्रदेश में अति वर्षा से प्रभावित आबादी 3 लाख 46 हजार है। अति वर्षा से 2500 मकान पूर्णत: तथा 18 हजार मकान आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं। बताया गया कि कल विदिशा में 1600 लोगों को बचाया गया। इसे मिलाकर प्रदेश में अब तक आपदा प्रबंधन दलों द्वारा साढ़े 7 हजार लोगों को बचाया जा चुका है।
 
बैठक में मुख्य सचिव  डिसा, पुलिस महानिदेशक  ऋषि कुमार शुक्ला, अपर मुख्य सचिव गृह  बी.पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन आर.एस. जुलानिया, अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास  रजनीश वैश, अपर मुख्य सचिव वित्त  ए.पी. श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव राजस्व  के. के. सिंह, प्रमुख सचिव नगरीय विकास  मलय श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव  इकबाल सिंह बैंस और  एस. के. मिश्रा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
 
नालों को चेनेलाइज करने का मास्टर प्लान शीघ्र
सहकारिता, गैस राहत पुनर्वास (स्वतंत्र प्रभार) एवं पंचायत ग्रामीण विकास राज्य मंत्री  विश्वास सारंग ने लगातार तीसरे दिन पुराने भोपाल में अति वृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप नालों को चेनेलाइज करने का मास्टर प्लान वर्ष 2016 की बारिश के आधार पर बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि आवश्यकता होने पर राहत शिविर और खोले जाएंगे।
 
राज्य मंत्री श्री विश्वास सारंग आज सुबह अन्त्योदय नगर, विकास नगर, अन्ना नगर, पुराना नगर और बैंक कालोनी पहुँचे। श्री सारंग ने प्रभावित बस्तियों का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अमल में सभी प्रभावित क्षेत्रों और वहाँ के रहवासियों का सर्वे होगा। इसके आधार पर राहत देने का कार्य शुरू किया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों से शीघ्र ही ड्रेनेज सिस्टम और नालों को चेनेलाइज करने का मास्टर प्लान बनाने को कहा। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर खोलने के निर्देश भी दिये।