आईजी पवनदेव खिलाफ अंत तक लड़ेगी महिला आरक्षक
IG pawan dev
 
 
 
 
 
लोरमी की महिला आरक्षक द्वारा आईजी पवन देव पर लगाए गए आरोप की जांच के लिए प्रमुख सचिव रेणु पिल्ले की अध्यक्षता में गठित समिति ने मामले की सुनवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को पीड़ित कांस्टेबल समिति के सामने पेश हुई और आरोप दोहराया और के समर्थन में साक्ष्य सौंपे।
 
पीड़िता अपनी वकील निरूपमा बाजपेयी के साथ मंत्रालय पहुंची। उसने इस मामले की जांच के गठित चार सदस्यीय समिति के सामने बंद कमरे में अपना बयान दर्ज कराया। बाद में मीडिया से बातचीत में कांस्टेबल ने कहा मुझ पर किसी तरह का दबाव नहीं है, न मैं दबाव में आने वाली हूं। मैंने आईजी के खिलाफ जो आरोप लगाए थे उसी आधार पर बयान दिया है। मैं आखिरी तक इस मामले को लेकर लड़ूंगी। उसने यह भी संकेत दिया कि वह इस मामले को लेकर कोर्ट जा सकती है। पता चला है कि महिला आरक्षक ने कमेटी के सामने खुलकर अपना आरोप दोहराया और उसके समर्थन में फोन काल रिकार्डिंग व अन्य सबूत सौंपे। सूत्रों ने बताया कि पीड़िता का बयान लेने के बाद अब कमेटी आईजी पवन देव को बयान के लिए बुलाएगी। ज्ञात हो कि लोरमी में पदस्थ एक महिला आरक्षक ने 30 जून को बिलासपुर के तत्कालीन आईजी पवन देव पर आरोप लगाया था कि वे उसे रात में फोन कर परेशान कर रहे हैं। महिला ने अपने आरापों के पक्ष में बातचीत की रिकार्डिंग भी पेश की थी। मामला सामने आने के बाद पवन देव ने इसकी जांच के लिए एक चार सदस्यीय समिति का गठन किया था। छत्तीसगढ़ शासन की प्रमुख सचिव रेणु पिल्ले को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
 
बिलासपुर के वकील ने हाईकोर्ट में लगाई याचिका-
आईजी पवन देव की मुसीबत बढ़ाने वाला एक और मामला सामने आया है। मंगलवार को ही बिलासपुर के एक अधिवक्ता पवन श्रीवास्तव ने पवन देव के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका की ग्राह्यता पर शुक्रवार को सुनवाई होने की संभावना है। बिलासपुर हाईकोर्ट के वकील रहे पंकज श्रीवास्तव ने 7 मार्च 2014 को आत्महत्या कर ली थी। पंकज की पत्नी नीतू पर आरोप था कि वह पंकज को प्रताड़ित कर रही। लेकिन नीतू ने आईजी को आवेदन देकर परिवार पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगा दिया। आईजी के निर्देश पर पंकज की मौत के बाद परिवार पर दहेज प्रकरण दर्ज कर लिया गया। पंकज के भाई पवन श्रीवास्तव ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पंकज प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच व आत्महत्या के लिए बाध्य करने वाले पर कार्रवाई की मांग की है।