मध्यप्रदेश में आ गया आनंद
shivraj anand mantralay

 

 
हैप्पीनेस विभाग के गठन को सरकार की मंजूरी
 
मध्यप्रदेश  के नागरिक कैसे अधिक से अधिक खुश रह सके इसके लिए राज्य सरकार आनंद (हैप्पीनेस) विभाग का गठन करेगी। शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। आनंद विभाग के अंतर्गत एक आनंद संस्थान का गठन भी किया जाएगा जो लोगों के जीवन में आनंद लाने के लिए कदम उठाएगा। लोगों के हैप्पीनेस की प्रक्रिया क्या हो और इसके घटक क्या हो इसका सर्वेक्षण भी यह विभाग करेगा। आनंद विभाग की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री स्वयं संभालेंगे। इसके अन्य सदस्य भी बनाए जाएंगे। इस विभाग के लिए प्रारंभ में 3 करोड़ 80 लाख के बजट की मंजूरी कैबिनेट ने दे दी है।  वहीं आज करीब सात हजार दो सौ करोड़ के अनुपूरक बजट को भी मंजूरी मिली है।
 
डेढ़ लाख होगा अध्यक्ष का वेतन
विभाग के अध्यक्ष का वेतन 1 लाख 50 हजार होगा। मुख्य कार्यकारी निदेशक 1.35 लाख, निदेशक अनुसंधान 85 हजार, लेखाधिकारी 60 हजार की सैलरी पाएंगे। कुल 3.80 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
 
फसल बीमा की जानकारी देने कार्यशाला
कैबिनेट में अनौपचारिक चर्चा के दौरान सीएम ने कहा कि फसल बीमा योजना में रबी फसल के पहले जानकारी देने केलिए अभियान चलाया जाएगा। इसमें मंत्री, अधिकारी, संगठन पदाधिकारी कार्यशाला का आयोजन कर जानकारी देंगे। राहत कार्यों में राशि की कमी नहीं आने दी जाएगी। वैचारिक कुंभ के दौरान ड्यूटी करने वालों को पांच-पांच हजार की सम्मान निधि दी गई है। यहां काम करने वालों को मेडल दिए जाने का काम भी किया जाएगा।