एस. करीमुद्दीन
दक्षिण बस्तर के आदिवासी इन दिनों भारी खुश हैं। इन इलाकों में इनके दिलों से नक्सली खौफ दूर हो चुका है। जगदलपुर नर्सिंग कॉलेज में पढने वाली दक्षिण बस्तर की छात्रों का कहना है की अब हम बीजापुर के दूरदराज इलाकों में बेखौफ जा सकते हैं और आज स्थिति बहुत बदल चुकी है।
नर्सिंग कॉलेज की एक छात्रा बासागुड़ा निवासी अनीता जिसके बड़े भाई की हत्या नक्सलियों ने कर दी थी, वह कहती है की अब हम बासागुड़ा रात और दिन में कभी भी आ-जा सकते हैं, क्यूंकि उन इलाकों में अब नक्सलियों का दहशत अब दूर हो चूका है। अनिता ने बताया की अंदरूनी इलाकों की लड़कियां दसवी-बारहवीं पास करने के उपरांत जगदलपुर में नर्सिंग ट्रेनिंग एवं अन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं हैं, जबकि एक वर्ष पहले इस इलाके में सामूहिक रूप से चलना भी मुश्किल था और अत्यधिक गाँव खाली हो चुके थे परन्तु अब वे गाँव धीरे-धीरे बस रहे हैं. अब सड़कों पर बेखौफ कभी भी सफ़र किया जा सकता है।
अनीता की बात सुनकर एक बड़ी ख़ुशी हुई, जिस इलाके में प्रशासन की पहुँच नहीं थी, आज वहां आम आदमी और प्रशासन भी बेधड़क पहुँच रहा है, क्यूंकि हम इस इलाके से अच्छे से वाकिफ हैं और हम सब के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. इस काम को अंजाम देने वाले जवानों को हम प्रणाम करते हैं, ताकि आज सामान्य स्थिति बन गयी।