छालीवुड को मिलेगा फिल्म विकास निगम
chattisghar cine award
 
नईदुनिया सिने अवाॅर्ड्स में रमन सिंह की घोषणा
 
 
रायपुर में नईदुनिया छत्तीसगढ़ सिने अवाॅर्ड्स में मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए फिल्म विकास निगम जल्द बनाने की घोषणा की।
 
शनिवार को एक निजी होटल में आयोजित इस समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के फिल्म कलाकार पैसों के लिए काम नहीं करते। वे अपनी कला साधना के लिए समर्पित रहते हैं। उनका यह जुनून अद्भुत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में छत्तीसगढ़ी सिनेमा उद्योग को बढ़ावा देने, यहां के प्रतिभावान कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में जल्द से जल्द फिल्म विकास निगम का गठन किया जाएगा। इसकी मांग हमारे फिल्मकार और कलाकार काफी समय से करते आ रहे हैं। समारोह में अलग-अलग श्रेणियों में छालीवुड के कलाकारों, संगीतकार और डायरेक्टरों का सम्मान भी किया गया।
 
मुख्यमंत्री ने आयोजन में छत्तीसगढ़ी फिल्म कलाकारों की रंगारंग प्रस्तुतियों को देखकर उनकी कला प्रतिभा की प्रशंसा करते हुए कहा कि डेढ़-दो घण्टे का समय कैसे बीत गया पता ही नहीं चला। उन्होंने कहा कि कलाकारों का प्रदर्शन देखकर ऐसा लगा कि ये छालीवुड नहीं, बल्कि बॉलीवुड है। छत्तीसगढ़ के सिने कलाकारों, गीतकारों, संगीतकारों और कोरियाग्राफरों में कमाल की प्रतिभा है। उन्होंने कहा कि नईदुनिया समूह ने जब उनको आमंत्रण दिया, उस समय सवाल किया था कि इतना समय किस लिए चाहिए। आज छत्तीसगढ़ी कलाकरों के कार्यक्रम देखने में इतना अच्छा लगा कि एक बार भी घड़ी नहीं देखी।
 
छुआछूत पर बनी थी पहली फिल्म
मुख्यमंत्री ने मनु नायक का उल्लेख करते हुए कहा कि श्री नायक ने वर्ष 1965 में छुआछूत की सामाजिक बुराई के खिलाफ जन-जागरण के लिए कहि देबे संदेस का निर्माण किया था। इसके बाद वर्ष 1972 में दूसरी छत्तीसगढ़ी फिल्म घर द्वार और उसके लगभग तीस वर्ष बाद तीसरी छत्तीसगढ़ी फिल्म मोर छइंया भूइंया प्रदर्शित हुई। अब तक करीब 140 से 150 फिल्में बन चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सरगुजा के रामगढ़ की पहाड़ियों में सीताबेंगरा और जोगीमाड़ा की प्राकृतिक गुफाओं को तीसरी शताब्दी की नाट्यशालाओं के रूप में चिन्हांकित किया गया है, जिसे संस्कृत भाषा के महाकवि कालिदास की रचना भूमि के रूप में भी जाना जाता है।
 
वरिष्ठ कलाकारों का सम्मान करना सबसे बेहतरीन क्षण
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सिने अवार्ड में सबसे बेहतरीन क्षण सिनेमा से जुड़े तीन वरिष्ठ कलाकारों का सम्मान करना है। इस अवसर पर राज्य की सांस्कृतिक विकास यात्रा में पंडित लोचन प्रसाद पाण्डेय, टिकेन्द्र टिकरिहा, हबीब तनवीर, तीजन बाई, सत्यदेव दुबे, मुकुटधर पाण्डेय, पूनाराम निषाद, गोविंद राम निर्मलकर, अनुज शर्मा और ममता चंद्राकर जैसे प्रतिभावान साहित्यकारों और कलाकारों के योगदान को विशेष रूप से याद किया। इस अवसर पर मुम्बई से आए प्रसिद्घ फिल्म कलाकार अमोल पालेकर, विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप, कृषि और जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, वन मंत्री महेश गागड़ा, विधायक सत्यनारायण शर्मा सहित अनेक वरिष्ठजन उपस्थित थे