कोरबा के कटघोरा वनमानदल क्षेत्र में दुलर्भ हनी बीयर का बच्चा मिला है। कुछ ग्रामीणों को जंगल के अंदर यह बच्चा मिला था, वह उसे अपने साथ घर ले आए और उसकी देखभाल की। गांव में हनी बीयर का बच्चा होने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग का दल वहां पहुंचा। स्थानीय लोग इसे देधा बैली कहते हैं। वन विभाग इसे उचित देखभाल के लिए बिलासपुर के कानन पेंडारी जू भेजने की तैयारी कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत मल्दा अंतर्गत जंगल में पहाड़ी के नीचे मशरूम (पुटु) निकालने के लिए कुछ ग्रामीण गए हुए थे। तभी वहां ये दुर्लभ जानवर दिखा जोकि 3 से 4 कुत्तों से घिरा हुआ था। ग्रामीणों ने उसे कुत्तों से बचाया और उसकी मां की तलाश की। काफी देर तक जब उसकी मां को खोज नहीं पाए तब उन्होंने फैसला किया कि इसे घर ले जाएंगे।
इसकी सूचना उन्होंने वन विभाग को भी दे दी, एक घंटे के अंदर में ही वन विभाग से वन रक्षक उमेंद राम मराठा और उनकी टीम ग्राम मल्दा पहुंची और इसे तत्काल पशु चिकित्सक आर सी साहू के पास कोरबा ले आए उन्होंने इसका इलाज किया और बताया की यह मात्र 5 दिन का है। इसे अंग्रेजी में हनी बीयर कहते हैं जोकि नेवले के प्रजाति का है।
इलाज कराने के बाद इसे लेकर पुनः उसी जगह पहुंचे जहां से इसे उठाया गया था मगर उसकी मां का पता नहीं लग पाया। अब हनी बीयर के बच्चे को उचित देखभाल के लिए बिलासपुर के कानन पेंडारी जू भेजने की तैयारी की जा रही है।