छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित कई शहरों में तेज बारिश से जन-जीनव अस्त-व्यस्त हो गया है। रायपुर में कई कॉलोनियों में पानी भर जाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उधर कोरबा के मुडापार में भारी बारिश से 4 मकान गिर गए, इनमें रहने वाले 17 लोगों को सामुदायिक भवन में शरण दी गई है।
दुर्ग के नवीन स्कूल में बारिश का पानी भर गया। रायगढ़, जांजगीर और जशपुर जिले में भी बारिश हुई। बारिश की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी का सामना राजधानी वासियों को करना पड़ा। सड़कों पर जगह-जगह पानी भर गया।
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। खाड़ी के ऊपरी हवा में बना चक्रवात अब मजबूत होकर कम दबाव क्षेत्र में बदल गया है। मौसम विभाग ने आगामी चौबीस घंटों के दौरान भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
छत्तीसगढ़ में रोज किसी न किसी सिस्टम से बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार अभी तक यहां औसत बारिश हो चुकी है, लेकिन खेतों को पानी की दरकार है। दो माह पहले यहां एकसाथ पानी गिरने के कारण पानी बेकार बह गया और खेती के काम नहीं आया। अब बियासी के बाद फसल को ज्यादा पानी की आवश्यकता है, जिसके लिहाज से बारिश की गति धीमी है। धान की फसल को पकने के लिए पानी की जरुरत है और खेतों का पानी सूख गया है। हालांकि अभी बारिश के लिए पूरा एक माह का समय है।
लालपुर केन्द्र के मौसम विज्ञानी जे के इंगले के अनुसार उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपरी हवा में बना चक्रवात अब कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो चुका है, जिसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ के अनेक स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ दो या तीन बार बौछारें पड़ने की संभावना है। मंगलवार को सबसे अधिक बारिश वाड्रफनगर में 8 सेमी दर्ज किया गया। वहीं रायपुर में दो सेमी बारिश हुई।