एक पूर्व मंत्री जेल में, अब दूसरों का नंबर : गौर
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री बाबूलाल गौर के बेबाक बयान से फिर राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी बढ़ गई है। राजनीति में व्यवसायीकरण के बढ़ते दखल पर गौर का कहना है कि इससे जनहित के मुद्दे गायब हो रहे हैं और व्यावसायिक हित साधने की भावना बढ़ी है। ऐसे ही मामले में प्रदेश के एक पूर्व मंत्री जेल में हैं और अब दूसरे मंत्रियों का नंबर है।प्रदेश के गृहमंत्री होने के नाते गौर के इस बयान को व्यापमं फर्जीवाड़े पर बड़े खुलासे से जोड़कर भी देखा जा रहा है। मामले में पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा जेल में हैं और कई राजनीतिक हस्तियां एसटीएफ के निशाने पर। राजनीति में 40 साल का लंबा सफर पूरा करने पर गौर ने कहा कि उन्होंने कभी इतने बड़े पद पर पहुंचने की बात नहीं सोची थी।खुद को बिना किसी राजनीतिक बैकग्राउंड का नेता बताते हुए गौर ने कहा कि सच बोलने की आदत और अच्छे व्यवहार के कारण मजदूर से मुख्यमंत्री तक का सफर पूरा कर पाए हैं। उन्होंने इच्छा जताई कि इस उम्र में भी वो काम करना चाहते हैं। संगठन उन्हें विधायक का चुनाव लड़ाए या कोई दूसरा काम दे, वह करने को तैयार हैं।गौर के कई मंत्रियों के जेल जाने संबंधी बयान पर सियासत गरमा गई है। प्रदेश कांग्रेस ने गौर की इस साफगोई पर चुटकी लेते हुए पूछा है कि वे मंत्री कौन हैं, जो जेल यात्रा पर जाएंगे। मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने बताया कि गौर किसी एक दल के नहीं बल्कि राज्य की राजनीति के पुरोधा हैं। गृहमंत्री होने के नाते उनका अन्य मंत्रियों का जेल जाने संबंधी बयान काफी मायने रखता है।