दंतेवाड़ा जिले के डब्बा कुन्ना गांव में डीआरजी, एसटीएफ और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में चार वर्दीधारी माओवादियों को मार गिराया। माओवादियों के पास से चार 303 सर्विस राइफल, एक 12 बोर की राइफल, एक 315 बोर की राइफल सहित कुल आठ हथियार बरामद किए गए हैं।
इसके साथ उनके पास से 30 बैकपेक(पिट्टू) भी मिले हैं। मारे गए माओवादियों में से दो की पहचान मडकामी देवे कमांडर 26वीं प्लाटून सीपीआई माओवादी और दूसरा मास्सा, कलेकल्याण एरिया कमेटी कमांडर के रूप में हुई है। मास्सा की झीरम हमले के मामले में भी तलाश थी। बाकी दो माओवादियों की पहचान नहीं हो पाई है। उधर नक्सलियों ने बड़ेगुडरा और मोखपला के बीच पिकअप वाहन को आग लगा दी। वाहन से सीआरपीएफ कैंप में दूध की सप्लाई की जाती थी।
सीएम रमन सिंह ने कहा कि सुरक्षाबलों को माओवादियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। जवान बहादुरी के साथ मोर्चा ले रहे हैं। बारिश में भी पूरी रात अभियान चला रहे हैं। जवानों का मनोबल ऊंचा है। मदनवाड़ा नक्सल मुठभेड़ का वीडियो वायरल होने पर सीएम ने कहा कि झीरम हो या मदनवाड़ा माओवादियों की हर हरकत शर्मनाक और क्रूरता की पराकाष्ठा है। यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। तथाकथित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को ये वीडियो दिखाना चाहिए।
अंतागढ़ और ताड़ोकी से लगे जंगलों मे मानकोट ऊपर तोनका के पास सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़। लगभग एक घंटे बाद नक्सली भाग खड़े हुए। घटनास्थल से बंदूक एवं नक्सली सामग्री हुआ बरामद हुई। बीएसएफ और जिला पुलिस के संयुक्त दल ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।