एक दिन पहले दंतेवाड़ा जिले के कुन्ना जंगल में एनकाउंटर के बाद पुलिस को नक्सलियों के सामान से मिले एक पत्र से आईजी बस्तर एसआरपी कल्लूरी को जान से मारने का जिक्र है। पत्र में नक्सली एरिया कमांडर वर्गेश ने किसी जगदीश नामक बड़े नेता को यह लिखा है कि कल्लूरी को मार दिए जाने पर आत्म समर्पण बंद हो जाएगा। यह पत्र रूल्ड नोटबुक के फाड़े हुए पेपर में लिखी गई है।
15 मार्च 2016 को लिखे गए इस पत्र का मजमूम में एपीसी वर्गेस ने नक्सल जगदीश को लाल सलाम अभिवादन के साथ यह लिखा है कि वे संगठन के लिए फंड जुटाने प्रत्यनशील हैं। वहीं विस्तार भी कर रहे हैं लेकिन साथी नक्सली आत्मसमर्पण करके परेशानी खड़ी कर रहे हैं। इसके चलते पार्टी को चंदा नहीं दिया जा सका है। फंड बाहर से बुलाने का प्रयास भी हो रहा है।
वहीं रोजाना ठिकाना बदलने की मजबूरी है। नक्सल कमांडर ने यह भी लिखा है कि कल्लूरी को अगर मार दिया जाए तो संगठन को काफी फायदा होगा। लगातार आत्मसमर्पण का सिलसिला बंद हो जाएगा। इसके बारे में योजना बनाए जाने की बात उल्लेखित की गई है। पत्र में आगे नयानार, तोंगरास, गोरली, अंदुमपाल व पेंदलनार आदि गांवों में संगठन के समर्थन में 15 परिवार होने की जानकारी दी गई है। नक्सल कमांडर वर्गेश ने महुआ सीजन होने के चलते समय पर नहीं चल पाने तथा रात में काम करने की बात लिखी है।
बस्तर के आईजी एसआरपी कल्लूरी ने कहा इस प्रकार का पत्र बरामद हुआ है। सोशल मीडिया में भी डाला गया है। इसमें अलग से कुछ कहने की जरूरत नहीं है।