छत्तीसगढ़ भाजपा कोर ग्रुप से वरिष्ठ आदिवासी नेता नन्द कुमार साय और सात बार के वरिष्ठतम सांसद रमेश बैस को बाहर किये जाने पर मचे बवाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा की किसे कोर ग्रुप में रखना है किसे नही यह भारतीय जनता पार्टी का अंदरुनी मामला है लेकिन कोर ग्रुप से साय और बैस का नाम हटाये जाने से भाजपा की अंदरुनी कलह सतह पर आ गई है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा भाजपा में सत्ता में बैठे नेता भाजपा के प्रदेश के अन्य नेताओ को हाशिये में डालने के सुनियोजित प्रयास में लगे हैं और इसमे उन्हें सफलता भी मिल रही है। पहले नन्द कुमार साय को राज्यसभा की टिकिट कटवाई गयी ।रमेश बैस को वरिष्ठता के बावजूद केंन्द्रीय मंत्रीमण्डल में लिए जाने से रोका गया ।अब इन दोनो नेताओ को कोर ग्रुप से अलग कर पूरी तरह से राज्य के राजनैतिक परिदृश्य से हटाने की साजिश रची जा रही है।
उन्होंने कहा राज्य की भाजपा सरकार तीसरे कार्य काल में अपनी अकर्मण्यता ,भ्र्ष्टाचार ,बेलगाम नौकरशाही और जनविरोधी निर्णयो के कारण अलोकप्रियता के चरम पर पहुँच गयी है।मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके सहयोगियों को यह लगने लगा है की कही ऐसा न हो उनकी अलोकप्रियता के कारण भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व राज्य में नेत्रित्व परिवर्तन न कर दे इस सम्भावित स्थिति से बचने के लिए राज्य भाजपा में वैकल्पिक नेतृत्व को रोकने के लिए रमेश बैस और नन्द कुमार साय जैसे नेताओ को हाशिये में डाला जा रहा ।इन दोनों नेताओ के बाद अन्य प्रभाव शाली भाजपा नेताओ के जो राज्य में वर्तमान नेतृत्व को चुनौती दे सकते है उनके भी पर कतरने की पूरी रणनीति सत्ता को कब्जाए बैठे भाजपा नेताओ ने कर रही है।