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आयकर की कार्रवाई में समीर बिश्नोई की संलिप्तता उजागर
ईडी ने कोर्ट में बताया कि कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के ठिकानों पर आयकर की कार्रवाई में जो दस्तावेज मिले हैं। समीर बिश्नोई की संलिप्तता उजागर हुई। इसके बाद मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करके जांच शुरू की गई। प्रवर्तन निदेशालय के छापे में फंसे आइएएस समीर बिश्नोई के घर से चार किलो सोना मिला। समीर ने ईडी के अधिकारियों को पूछताछ में बताया कि यह सोना उन्हें उपहार में मिला है। हालांकि समीर ने इस उपहार का अपने किसी भी आयकर रिटर्न में जिक्र नहीं किया है। इसके साथ ही 24 कैरेट के हीरा का भी जिक्र आयकर रिटर्न में नहीं है।ईडी के वकील ने कहा कि पूछताछ के दौरान समीर ने किसी भी सवाल का सही जवाब नहीं दिया। उनकी पत्नी प्रीति गोदारा बार-बार जांच में हस्तक्षेप करती रहीं। जांच में समीर ने घर से मिले दस्तावेज और खनिज विभाग में संचालक के पद पर रहते हुए किए गए बदलाव के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी।
ईडी की पूछताछ के दौरान समीर की पत्नी ने सोना और अन्य ज्वैलरी से संबंधित दस्तावेज देने से इनकार कर दिया। ईडी के अधिकारियों ने कोर्ट में पेश हलफनामे में कहा कि समीर ने पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं किया। उनसे पूछे जाने वाले सवालों का जवाब उनकी पत्नी प्रीति बिश्नोई ने दिया। ईडी ने समीर को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में यह भी कहा कि वह पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। अपने पद का दुस्र्पयोग करके सबूतों को नष्ट भी कर सकते हैं। खनिज परिवहन की अवैध वसूली गैंग में समीर बिश्नोई सक्रिय रूप से भागीदार हैं और उनके पास अवैध राशि पहुंचती है।
ईडी ने कोर्ट में बताया कि कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के ठिकानों पर आयकर की कार्रवाई में जो दस्तावेज मिले, उसमें समीर बिश्नोई की संलिप्तता उजागर हुई। इसके बाद मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करके जांच शुरू की गई। महासमुंद के कारोबारी रजनीकांत तिवारी के घर से आइटी छापे में मिली डायरी में समीर बिश्नोई को 50 लाख स्र्पये देने की एंट्री मिली है। यह एंट्री नौ मार्च 2022 की है। इसके साथ ही अवैध लेन-देन की और भी एंटी दर्ज की गई है। ईडी के वकीलों ने कहा कि समीर बिश्नोई कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के द्वारा तैयार किए गए अवैध वसूली के नेटवर्क का हिस्सा हैं और अवैध कमाई में हर महीने लाखों स्र्पये समीर को मिलते थे। ईडी ने कोर्ट में बताया कि उनके घर से किसी प्रकार का कोई कारोबार नहीं होता है। ऐसे में उनके घर से बरामद 47 लाख स्र्पये अवैध तरीके से प्राप्त किए गए हैं। समीर ने नकद पैसे के बारे में भी कोई ठोस जवाब नहीं दिया। समीर के वाट्सअप चैट से साफ हो रहा है कि उनको यह राशि सूर्यकांत गैंग के सदस्यों से मिली है। समीर के घर से मिली डायरी के बारे में जब पूछताछ की गई तो उन्होंने इस डायरी को प्रीति बिश्नोई की डायरी बताई। इसमें किसी मुल्कराज को पांच करोड़ स्र्पये देने का जिक्र है। समीर ने मुल्कराज को पहचानने से इनकार कर दिया, लेकिन बाद में प्रीति ने स्वीकार किया कि उसने जमीन खरीदने के लिए पांच करोड़ स्र्पये का भुगतान किया है। इसके साथ ही डायरी में कुछ करोड़ स्र्पये के और निवेश के बारे में पेन से लिखा मिला है।
MadhyaBharat
15 October 2022
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