बीजेपी नेताओं ने कहा ऊपर से नीचे तक करप्शन
शैफाली गुप्ता
भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समन्वय बैठक में प्रदेश के अफसर निशाने पर रहे ।बीजेपी के अधिकांश सांसदों ,मंत्रियों और नेताओं ने अफसरशाही पर भ्रस्टाचार करने के आरोप लगाए। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने तो दो टूक कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्री के ईमानदार होने से कुछ नहीं होता प्रदेश में अधिकारी माहाभ्रष्ट हैं, ब्यूरोक्रेसी में नीचे से लेकर ऊपर तक भ्रष्टाचार फैला है।हर काम का 20 परसेंट लिया जा रहा है। वहीं भाजपा सांसद और मत्रियों की पीड़ा भी संघ पदाधिकारियों के सामने आ गई।कुछ नेताओं ने तो यहाँ तक कहा कि हालात काबू में नहीं किये गए तो अगले चुनाव में भट्टा बैठ जाएगा
बैठक के दूसरे दिन शिवराज सिंह की टीम से चर्चा में कामकाज का लेखा-जोखा मांगा गया। इस दौरान सांसद बोले कि कलेक्टर और कमिश्नर उनकी सुनते नहीं हैं। फोन करो तो कभी-कभी दो तीन दिन बाद जवाब मिलता है। प्रमुख सचिव फोन का जवाब तक नहीं देते। शिकायतें सुन संघ पदाधिकारी आश्चर्यचकित थे। उन्होंने खुलकर ब्यूरोक्रेसी की शिकायतें करते हुए उपेक्षा के उदाहरण भी गिना दिए। एक सांसद ने कहा कि अफसर के सामने ऐसे खड़े होना पड़ता है कि जैसे याचक हों। अफसरों को इतना संरक्षण है कि वे मंत्री से ज्यादा पावरफुल हो गए हैं। कांग्रेस के कार्यकाल में भी ऐसी स्थिति नहीं देखी। कुछ मंत्रियों ने ये भी कहा कि अफसर उन्हें तवज्जो ही नहीं देते। 12 घंटे तक चली बैठक में सह सरकार्यवाह कृष्णगोपाल, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मंत्रिमंडल, प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, पार्टी पदाधिकारी एवं सभी सांसद मौजूद थे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने संभवतः पहली बार टीम शिवराज के मंत्रियों से सीधी बातचीत कर उनके कामकाज का ब्यौरा लिया । मंत्री और सांसदों ने ब्यूरोक्रेसी की शिकायतें करते हुए उपेक्षा के उदाहरण भी गिनाए। संघ की बैठक में अनुषांगिक संगठनों का असंतोष भी खुलकर सामने आया। यहां तक बताया गया कि कलेक्टर-कमिश्नर मंत्रियों की भी नहीं सुनते।
संघ ने इस बात के संकेत दिए हैं कि ब्यूरोक्रेसी पर नजर रखी जाएगी।संघ के सर कार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी एवं सह सरकार्यवाह कृष्णगोपाल ने भाजपा सहित सभी अनुषांगिक संगठनों से चर्चा की। संघ के दोनों दिग्गज पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री चौहान, संगठन महामंत्री सुहास भगत एवं प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के सामने ही सभी मंत्रियों से चर्चा की।
इसके बाद सह सरकार्यवाह कृष्णगोपाल ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री सहित सभी पदाधिकारियों के साथ अलग से बैठक की। सभी मंत्रियों से उन्होंने पूछा कि पिछले दो साल के दौरान क्या उपलब्धियां रहीं? भविष्य के लिए क्या रोडमैप बनाया गया है? इसके लिए मंत्री पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे। उन्होंने अन्य वैचारिक संगठनों के साथ समन्वय को लेकर भी पूछताछ की क्योंकि अनुषांगिक संगठनों ने मंत्रियों की कार्यशैली को लेकर आरोप भी लगाए हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नन्दकुमार चौहान ने भीतर मीटिंग में हुई सभी बातों को नकार दिया और कहा कि संघ की समन्वय बैठक में किसी भी तरह की राजनीतिक चर्चा नहीं की गई। पार्टी अब सेवा और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का अभियान चलाएगी। भाजपा अब डॉ. भीमराव आंबेडकर, गुरु गोविंद सिंह एवं नानाजी देशमुख की जयंती धूमधाम से मनाएगी। पीड़ित व शोषित वर्ग की सेवा के लिए प्रदेशभर में कार्यक्रम चलाए जाएंगे।