कुपोषण दूर करने में आयुर्वेदिक प्रक्रियाएँ सहायक
archna chitnis

महिला-बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस 

महिला-बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा है कि भारतीय परंपरा में विद्यमान सामाजिक मान्यताएँ लम्बे समय तक स्वास्थ्य संवर्द्धन में सहायक रही हैं। उन्होंने कुपोषण को दूर करने में आयुर्वेदिक प्रक्रियाओं के समावेश को जरूरी बताया। श्रीमती चिटनीस ने इसके लिए आयुष विभाग के साथ प्रभावशाली रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए। श्रीमती चिटनिस आज मंत्रालय में विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक को संबोधित कर रही थीं। बैठक में विधायक द्वय श्रीमती पारुल साहू केसरी तथा श्रीमती लोरेन बी लोबो ने भी सुझाव दिये।

 

बैठक में किशोरी बालिकाओं में एनीमिया निवारण को मिशन के रूप में लेने पर विचार-विमर्श हुआ। महिला-बाल विकास मंत्री ने किशोरी बालिकाओं को नियमित रूप से आयरन तथा विटामिन सी की गोली देने के लिए व्यवस्था करने को कहा।

 

श्रीमती चिटनिस ने कहा कि आँगनवाड़ियों में दिए जा रहे पोषण आहार के स्वाद और उसकी उपयुक्त समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करवाना आवश्यक है। एकीकृत बाल विकास योजना के मुख्य सूचकांकों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य तथा पोषण के संबंध में जागरूकता लाने और सही जानकारी लक्षित समूह तक पहुँचाने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाए। प्रदेश में शीघ्र ही बाल-पर्व मनाने की शुरुआत की जायेगी। बैठक में स्नेह सरोकार कार्यक्रम, अटल बाल-मित्र योजना की भी समीक्षा हुई। महिला सशक्तिकरण के लिए संचालित योजनाओं का प्रस्तुतिकरण हुआ।