गणेश उत्सव से पहले उत्सव का माहौल
mitti ke ganesh

  

\'ग्रीन गणेश\' कार्यशाला के तहत आज एप्को का चलित प्रशिक्षण वाहन सुबह शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय और दोपहर में एम.एल.बी. महाविद्यालय पहुँचा। दोनों ही जगह उत्सव का ऐसा माहौल बना जैसे कि गणेशोत्सव का श्री गणेश हो गया हो। छात्र-छात्राओं का उत्साह देखते ही बनता था। विद्यार्थियों ने न केवल प्रशिक्षण में रुचि दिखाई बल्कि स्वयं भी काफी सुन्दर एवं आकर्षक गणेश मूर्ति बनाई। सभी छात्र-छात्राएँ अपनी बनाई हुई मूर्तियों के साथ एक लगाव महसूस कर रहे थे। करते भी क्यूँ न उनके अपने गणेश जी उनके साथ आज घर जो जाने वाले थे।

 

शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय की प्रधानाचार्य सुनीता सक्सेना ने अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा आज का प्रशिक्षण बच्चों में संस्कार बन जाएगा। बच्चों ने न केवल पीओपी से होने वाले दुष्परिणामों को जाना बल्कि स्वयं गणेश प्रतिमा बनाने से एक संस्कार का भी जन्म हुआ है जो परिवार दर परिवार आगे बढ़ेगा। साथ ही बच्चों की सृजनात्मकता भी निखर कर सामने आई है।

 

गणेश मंदिर में भी उमड़ी भीड़

पिपलानी के गणेश मंदिर में शुरु हुई कार्यशाला में भी स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। यहाँ भी बच्चों का उत्साह देखते बनता था। बड़ी संख्या में माताएँ अपने बच्चों के साथ आई थीं जिन्होंने बड़े चाव से मिट्टी से गणेश जी बनाए और घर ले गए।

 

पर्यावरण आयुक्त  अनुपम राजन ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित होकर गणेश प्रतिमा बनाने और घर ले जाने की अपील की है। श्री राजन ने कहा कि मिट्टी से बने गणेश अपने घर में ही विसर्जित कर सकते हैं। मिट्टी के गणेश स्थापित करने से पीओपी और रासायनिक रंगों के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलेगी और जन-सामान्य तथा पशु-पक्षी के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा।