छत्तीसगढ़ में भी अब उम्र दराज बीजेपी नेताओं के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है। बीजेपी की रमन सिंह सरकार ने बीजेपी के आला बनेता नंदकुमार साय को बंगला खाली करने का नोटिस दिया है।
सरकारी कारिंदे नियमों की आड़ लेकर राज्य के आदिवासी समाज के कद्दावर नेता बीजेपी के पूर्व राज्यसभा सांसद नन्द कुमार साय को बंगला खाली करने का जो नोटिस जारी किया है उससे यह साबित होता है कि राज्य में आदिवासियों की क्या स्थति है।
राज्य के कई सेवानिवृत अधिकारी , वर्तमान में बिना पद के खाली नेता अभी भी छत्तीसगढ़ के सरकारी आवासों में डेरा डाले हुए हैं किंतु महज़ कुछ महीने पहले ही राज्यसभा से निवृत गरीब की गाय-नंद कुमार साय के नाम से मशहूर नेता नन्द कुमार से को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस थमा दिया है। से के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यूँ हो रहा है यह बताने की जरूरत नही है, आदिवासी नेता साय की पटरी मुख्यमंत्री रमन सिंह से नहीं बैठती है ,जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है।