बस्तर में 500 से ज्यादा नक्सली कर चुके सरेंडर
छत्तीसगढ़ की नारायणपुर जिला पुलिस के समक्ष एक लाख के इनामी नक्सली सहित कुल 38 नक्सलियों समर्पण किया।
आन्ध्रप्रदेश के नक्सली कमांडरों द्वारा छत्तीसगढ़ एवं महाराष्ट्र के आदिवासी नक्सली सदस्यों के साथ बरते जा रहे भेदभाव से त्रस्त होकर, पुलिस द्वारा लगातार दबाव बनाये जाने और परिवारिक जीवन यापन करने के उदे्श्य तथा शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर इन 38 नक्सलवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। साल भर के अंदर 500 से अधिक नक्सलियों ने नक्सलवाद का दामन छोड़ दिया है।
बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी ने बताया कि समर्पितों में सात महिला नक्सली हैं। इनमें से एक नक्सली एक लाख रुपए का इनामी है। सभी नक्सली एड़का जनताना सरकार के सदस्य है। यह नक्सली किसकोड़ो और धौड़ाई क्षेत्र में सक्रिय थे।
बीते साल भर में बस्तर के जंगलों में बढ़ते पुलिस के दबाव को इसकी सबसे बड़ी वजह माना जा रहा है। अंदरूनी इलाकों में कैम्प की तैनाती से नक्सली गतिविधियां कम हुई है। वहीं आमने-सामने की मुठभेड़ से भी नक्सलियों को लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके अलावा हाल में पुनर्वास नीति के चलते कई नक्सलियों को बेहतर पर्यावाास मिला है। इसका फायदा भी नक्सली उठाना चाह रहे हैं।