आडवानी ने कहा सत्ता में बैठे लोग राम बने
शिवराज बने श्रवण कुमार ,बजुर्गों को भेज रहें तीर्थशैफाली गुप्ता मध्यप्रदेश में चुनाव में भले ही अभी एक बरस से ज्यादा है लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने तिरुप का इक्का चल दिया है मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजन शरू कर के |शिवराज सिंह की सरकार जब बजुर्गों के लिए श्रवण कुमार बनी तो बजुर्ग यात्रियों की पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखने के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भोपाल आये और शिवराज का था कारनामा देख के गदगद हो गए ,ट्रेन के हर यात्री को उन्होंने नमन किया और हबीबगंज स्टेशन से श्रीरामेश्वरम् जा रही ट्रेन को विधिवत रवाना किया।स्पेशल ट्रेन में मजूद ब्यावरा के मोहन लाल हों या फिर बैतूल की शांति बाई सब शिवराज सरकार के लिए कसीदे पढ़ रहे थे ,सरकार ने हिन्दुओं के अलाव मुसलमानों ,सिखों ,बौधों और जैन धर्म को मानने वालों के 17 धार्मिक स्थलों का चयन इस योजना के लिए किया है |अगली ट्रेन अजमेर शरीफ के लिए रवाना होगी |भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पर बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने ट्रेन रवाना करने से पहले तीर्थ-यात्रियों तथा उपस्थित जन-समूह को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोगों को श्रीराम की तरह आदर्श प्रस्तुत करना चाहिये। उन्हें आम लोगों के हित में नित नये अनुकरणीय कार्यक्रम लागू कर सबकी भलाई का मार्ग प्रशस्त करना चाहिये। श्री आडवाणी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में बहुत से कार्यक्रमों में भाग लिया, लेकिन यह एक ऐसा अनूठा कार्यक्रम है, जिसमें उन्हें देव-आराधन की अनुभूति हो रही है। उन्होंने उपस्थित साधू संतों तथा तीर्थ-यात्रियों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए यात्रियों को यात्रा की सफलता की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि सर्वधर्म समभाव भारतीय संस्कृति का मूल भाव है और मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में सभी धर्मों के तीर्थ-स्थल को शामिल कर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसका सुंदर उदाहरण सामने रखा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि बजुर्गों से चर्चा के बाद ही इस यात्रा में उनके साथ एक सहायक ले जाने और उसका पूरा खर्चा भी सरकार द्वारा वहन करने का कम भी उनकी सरकार कर रही है उन्होंने घोषणा की कि बुजुर्गों को दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना में शामिल किया जायेगा। अधिक गंभीर बीमारी की स्थिति में उन्हें इसके अलावा बीमारी निधि योजना से सहायता देकर इलाज की सुविधा दिलवाई जायेगी। प्रत्येक जिले में वृद्धाश्रम खोले जायेंगे, जिनका प्रबंध राज्य सरकार करेगी। राज्य में एक ऐसा कठोर कानून लागू किया जायेगा, जिसमें समर्थ संतानों द्वारा माता-पिता की अनदेखी करने पर उन्हें तीन माह की सजा दी जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि एक आयोग द्वारा बुजुर्गों के कल्याण की योजनाओं पर विचार किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना से उनका एक संकल्प और सपना पूरा हुआ है। बुजुर्ग पूरे सम्मान के पात्र हैं और उन्हीं से हम सभी का अस्तित्व है। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना बुजुर्गों के चरणों में एक विनम्र नमन है। उन्होंने कहा कि हर सप्ताह एक ट्रेन रवाना होगी और मार्च के अंत तक 60 हजार बुजुर्गों को तीर्थ-यात्राएँ करवाई जायेंगी। आवश्यकता होने पर इससे अधिक लोगों को भी इसका लाभ दिलवाया जायेगा। तीर्थ-यात्रा के दौरान यात्रियों के भोजन, नाश्ते, ठहरने आदि सहित सभी व्यवस्थाएँ की गई हैं। यात्राओं में मंत्रीगण तथा निगम-मण्डल अध्यक्ष भी यात्रियों के साथ जाकर उनकी सुख-सुविधा का ध्यान रखेंगे|इस अवसर पर कामदगिरि पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी रामस्वरूपानंद रामानंदाचार्य ने तीर्थ-यात्रियों को तीर्थ-यात्रा के दौरान किस तरह का आचरण किया जाये, इसके संबंध में मार्गदर्शन दिया।इस मौके पर जनसंपर्क और धर्मस्व मंत्री लक्ष्मी कान्त शर्मा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा ने भी सभा को सम्भोधित किया |संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने योजना की मुख्य विशेषताओं के विषय में विस्तार से बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनेक ऐसी योजनाएँ लागू की हैं, जिनकी न केवल पूरे देश में प्रशंसा की जा रही है, बल्कि उनका अनुकरण भी किया जा रहा है।