मुख्यमंत्री चौहान ने किया औबेदुल्ला हेरिटेज हॉकी टूर्नामेंट का शुभारंभ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारतीय हॉकी के गौरव को पुनस्थापित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मध्यप्रदेश महिला और पुरुष हॉकी के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने में आगे रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रयास किया जाये कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमें इस टूर्नामेंट में शामिल हो। श्री चौहान ने आज यहाँ ऐशबाग स्टेडियम में औबेदुल्ला हेरिटेज हाकी टूर्नामेंट का शुभारंभ कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने टूर्नामेंट के शुभारंभ की विधिवत घोषणा भी की। टूर्नामेंट का पहला मैच इंडियन ऑइल कार्पोरेशन और ओ एन जी सी के बीच खेला गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में भोपाल नगर पालिक निगम द्वारा बनाये गये मोबाइल स्वच्छता एप का भी लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि एक समय ऐसा था जब ओलंपिक के हाकी स्वर्ण पदक पर भारत का एकाधिकार था। हॉकी खेलने के नियमों में परिवर्तन से भारतीय हॉकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पिछड़ गई। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़ियों में प्रतिभा है। जरूरत संसाधनों और सुविधाओं की है। मध्यप्रदेश में इस दिशा में अनुपम प्रयास किये जा रहे हैं। हॉकी खेलने के लिये पन्द्रह एस्ट्रो टर्फ के खेल मैदान उपलब्ध है। प्रदेश में सात नये एस्ट्रो टर्फ के मैदान बन रहे हैं। छोटी उम्र में ही हॉकी की प्रतिभाओं को पहचान कर तराशने के कार्य किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा हॉकी को निरंतर प्रोत्साहित करने की है। इसी क्रम में औबेदुल्ला हेरिटेज हाकी टूर्नामेंट में डेढ़ दर्जन से ज्यादा ओलंपिक खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं।
खेल एवं युवा कल्याण संचालक उपेन्द्र जैन ने बताया कि भारत के सबसे ज्यादा इनामी राशि वाले इस टूर्नामेंट में देश की शीर्ष 12 टीम हिस्सा ले रही हैं। विजेता टीम को 51 लाख रुपये, उपविजेता टीम को 21 लाख, तृतीय स्थान पाने वाली टीम को 11 लाख और चौथे स्थान पर रहने वाली टीम को 5 लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा।