नक्सलवाद का पावर पाईंट दिल्ली में
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बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी ने आज यहां कहा कि नक्सलवाद का पावर पाईंट दिल्ली में है, जहां से इसका फेसबुक और वाट्सप से संचालन हो रहा है। पहले नक्सलवाद के विरूद्ध रैली होने से नक्सलियों द्वारा बारूदी सुरंग लगाकर रैली में जाने वालों को रोका जाता था और उन्हेें आने नहीं देते थे, लेकिन आज समूचे बस्तर संभाग से एक लाख लोगों की भीड़ स्वस्फूर्त निर्भयापूर्वक निकलकर रैली तक पहुंची, जिनकी सुरक्षा की पूरी व्यवस्था पुलिस ने कर रखी थी।

अग्रि की ललकार रैली में आईजी  कल्लूरी ने कहा कि युवा व्यापारी संजीत सिंह राठौर की हत्या नक्सलियों ने उसके परिवार के सामने यातना देकर कर दी थी, जिसे कुछ राष्ट्रीय पत्रिका में सहीं ठहराने का प्रयास करते हुए लिखा गया था, कि शोषित वर्ग ने शोषक वर्ग की हत्या की है। इस समाचार से स्थानीय जनमानस उद्वेलित हुआ और इसका अहिंसक तरीके से विरोध करने का निर्णय ललकार रैली के माध्यम से लिया गया। तत्पश्चात सभी ने अग्रि संस्था के मंच से लड़ाई लडऩे की ठानी, जिसमें सभी समाज ने खुलकर साथ दिया।

2017 में बस्तर होगा नक्सल मुक्त : मिश्रा

अग्रि संस्था के राष्ट्रीय संयोजक आनंद मोहन मिश्रा ने रैली को ऐतिहासिक होने का दावा करते हुए कहा कि जनता ने नक्सलवाद को पूरी तरह नकार दिया है। सामुदायिक पुलिसिंग के प्रभाव से नक्सलियों का समर्पण होने से नक्सलवाद के विरूद्ध बड़ी सफलता मिली है। रैली के माध्यम से सरकार को यह जनादेश दिया गया है कि नक्सली मामले में बनने वाली कोई भी नीति बस्तर की जनता को विश्वास में लेकर बनायी जाये। उन्होंने कहा कि अग्रि संगठन का गांव-गांव तक विस्तार हो चुका है। बस्तर संभाग के जिला मुख्यालय में भी रैली का आयोजन किया जाएगा। 2017 के अंत तक बस्तर नक्सल मुक्त संभाग होगा।

नाम कमाकर मरेंगे :बलिराम

दरभा के आदिवासी नेता बलिराम कश्यप ने कहा कि आज की रैली हमारे दिल में भड़क रही ज्वाला की भड़ास है, जो रैली के माध्यम से स्पष्ट दिखायी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि राजधानी में बैठे नक्सली समर्थक एनजीओ एवं राजनीतिज्ञों को चेताया कि दिल्ली में बैठकर नेतागिरी करने के बजाए जीरम घाट में रहकर देखो तब सच्चाई का पता लग जाएगा। नक्सली एक को मारेंगे तो हमारे जैसे सौ खड़े हो जाएंगे मरना तो सबको एक दिन है नाम कमाकर जान देंगे।

थमने वाला नहीं नक्सल विरोधी अभियान :मुधकर

पूर्व सलवाजुड़ूम नेता मधुकर राव ने कहा कि आज की रैली की सफलता नक्सलवाद के खात्मे का संदेश है। इसके पूर्व नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए स्वस्फूर्त सलवाजुड़ूम आंदोलन को कुचलने के लिए नाना प्रकार के हथकंडे अपनाए गए, ङ्क्षकंतु जांबाज जवानों एवं बस्तरवासियों ने झुकने की बजाए मरना मंजूर किया। बस्तर में सक्रिय नक्सली दिल्ली में बैठे नेताओं को अवैध वसूली कर भिजवाते हैं, इसीलिए दिल्ली कतिपय लोग इनका पोषण करते हैं, ऐसे लोग समाज सेवा का नकाब पहने हुए हैं।

ईंट से ईंट बजा देंगे: फारूख

नक्सली विरोधी नेता फारूक अली ने कहा कि ललकार रैली का मकसद केवल भीड़ दिखाना नहीं है, बल्कि आज की बेइंतहा उपस्थिति दशकों से नक्सलवाद का दंश झेल रहे लोगों द्वारा ललकारने का आगाज है। हम यहां दर्द बांटने आए हैं और पुलिस व सरकार के साथ मिलकर नक्सलियों के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर ईंट से ईंट बजा देंगे।