विंन्ध्य मैकल लोक रंग कलाओं से अभिभूत हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उमरिया में विंन्ध्य मैकल लोक रंग समारोह का शुभारंभ जय बड़ा देव, जय महादेव की पूजा-अर्चना से किया। लोक कला के अद्भुत संगम में कलाकारों की अलग-अलग टोलियों के मध्य मुख्यमंत्री ने ढोल एवं शैला बजाकर सुरताल मिलाते हुए नृत्य किया। विंन्ध्य मैकल नाद से जहाँ एक ओर स्टेडियम गुँजायमान हुआ वहीं दूसरी ओर दर्शक कलाओं से अभिभूत होते रहे।
इस अवसर पर जिला प्रभारी मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री ज्ञान सिंह, पिछड़ा वर्ग एवं वित विकास निगम के अध्यक्ष प्रदीप पटेल, विधायक मीना सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष कंचन खट्टर, उपाध्यक्ष राजेंद्र कोल और नगर पालिका अध्यक्ष पाली प्रकाश पालीवाल उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पैसे से खुशी नहीं मिलती, बहुत पैसे वालों को दुखी देखा हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि खुश रहना सीखना है तो अनुसूचित जनजाति के लोगों से सीखे। उनका जीवन हर रंग में तरंग भरता है। जीवन का आनंद कलाकारों से ही सीखा जा सकता है। इसीलिए प्रदेश में आनंद विभाग खोला गया है।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रख्यात आदिवासी कलाकारों को शाल से सम्मानित किया। उन्होंने प्रत्येक कला दल को 25-25 हजार रूपये की सम्मान निधि देने की घोषणा की। उन्होंने बैगा समुदाय के लिए एवं रानी दुर्गावती की स्मृति में 50-50 लाख रूपये की लागत के सामुदायिक भवन का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने शबरी माँ की प्रतिमा लगाने, लोक कला केंद्र की स्थापना, डिण्डौरी में कला संग्रहालय, अनपूपुर बीजापुरी में स्मृति भवन और भोपाल में कला संग्रहालय बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष उमरिया में विंन्ध्य मैकल लोक रंग का आयोजन किया जाएगा।
शुरूआत में मुख्यमंत्री का मोर पंख लगाकर स्वागत किया गया। इस दौरान काष्ठ शिल्प, भृत्त शिल्प आदि कलाकृतियों का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री ने कलाकारों की सराहना की।