नक्सली उन्मूलन अभियान ने तोड़ा रिकार्ड
नक्सली उन्मूलन अभियान ने तोड़ा रिकार्ड

साल भर में मारे गए 94 नक्सली 

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में इस साल हुयी मुठभेड़ों में अब तक 94 नक्सली मारे जा चुके हैं। यह संख्या पूरे देश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मारे गये नक्सलियों की संख्या से कई गुना अधिक है। बस्तर जिले में भी इससे पहले कभी भी इतनी अधिक संख्या में नक्सलियों के मारे जाने का कोई आंकड़ा नहीं है। राष्ट्रीय स्तर पर भी बस्तर की इस सफलता ने पुराने तमाम रिकार्ड तोड़ते हुए अपना श्रेष्ठ स्थान बनाया है। वहीँ  जगदलपुर जिले में  पुलिस ने दो वर्दीधारी नक्सलियों को ढेर करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। मौके से मृत नक्सलियों के शव समेत भारी मात्रा में हथियार एवं विस्फोटक सामग्री बरामद की गयी है। 

बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी एवं एसपी आनएन दाश ने कहा कि वर्ष 2016 अभी बाकी है और नक्सलियों को नेस्तानाबूत करने के अभियान में मिल रही सफलता में यह आंकड़ा औैर बढऩा निश्चित है। उन्होंने बताया की डीआरजी बल के जवान  विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर नक्सली उन्मूलन के लिए आ रहे हैं। जिनके नक्सलियों के सफाए के लिए उतरने से लक्ष्य को जल्द ही प्राप्त कर लिया जायेगा।

अधिकारियों ने कहा कि बारिश का मौसम हो या कोई भी जटिल परिस्थिति, नक्सलियों के विरूद्ध लगातार अभियान जारी है। बारिश के बाद नदी-नालों में पानी कम होने से निश्चित तौर पर नक्सली अभियान में तेजी लायी जाएगी। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के विरूद्ध लगातार मिल रही सफलताओं से नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों का मनोबल बढ़ा है, जिससे आने वाले दिनों में और भी अधिक सार्थक परिणाम देखने को मिलेंगे। जिस तरह से अभियान आगे बढ़ रहा है, उससे यह तय है कि नक्सलियों का शीघ्र ही सफाया हो जायेगा।

बस्तर जिले के बुरगुम मुठभेड़ में 2 नक्सलियों को मार गिराने में सफल हुए डीआरजी एवं सीएएफ के जांबाजों को आईजी बस्तर एसआरपी कल्लूरी एवं एसपी आरएन दाश ने एक लाख रूपए का नक़द पुरस्कार देकर हौसला अफजाई की। उन्होंने कहा कि पराक्रमी जवानों का मनोबल बढ़ाने आगे भी इस तरह के पुरस्कार एवं एवार्ड दिए जाते रहेंगे। 

मुठभेड़ में दो वर्दीधारी नक्सली ढेर

बस्तर एसपी आरएन दाश ने बताया कि सूचना मिली थी कि शीर्ष नक्सली लीडर को लेकर नक्सलियों का एक ग्रुप इंद्रावती नदी पार कर बास्तानार घाट की ओर कूच कर रहा है। फौरन बुरगुम थाने से डीआरजी, डीएफ व सीएएफ की संयुक्त टुकड़ी रवाना की गयी। ग्राम सांंगुएल के पास पहुंचते ही जंगल में घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस बल ने भी गोलियां दागीं। लगभग एक घंटे की मुठभेड़ बाद अंतत: नक्सलियों के हौसले पस्त हो गए और वे घने जंगल व पहाड़ी की आड़ लेेकर भाग गए। 

घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान दो पुरूष नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, जिनकी शिनाख्त की जा रही है। मौके से एक 12 बोर बंदूक, 1 एसबीएमएल राइफल समेत भारी मात्रा में एक्सप्लोसिव, डेटोनेटर, पाइप बम, कोडेक्स वायर, पि_ू, मैग्जीन पाउच, बैटरी, बिजली के तार जब्त किए गए हैं। 

श्री दाश ने बताया कि मारे गये नक्सली बारसूर एरिया कमेटी के सदस्य हो सकते हैं। इसी नक्सली गु्रप ने एक अक्टूबर 2015 को बुरगुम साप्ताहिक बाजार में पुलिस के सिपाही मनारु बेंजाम की हत्या की थी।उल्लेखनीय है कि आईजी एसआरपी कल्लूरी के निर्देशन में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत पुलिस लगातार दबाव बनाए हुए है। रणनीति में बदलाव करते हुए इस बार नक्सल ठिकानों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं।