मध्यप्रदेश में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन को स्मार्ट सिटी बनाने के लिये जो नागरिक सुविधाएँ और अधोसंरचना विकसित होगी उसमें निवेश के लिये निवेशकों को बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 100 शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा को लेकर देशभर में अपार उत्साह का वातावरण है, निवेशकों को इसका लाभ उठाना चाहिए। यह जानकारी प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास एस.एन. मिश्रा ने दी।
एस.एन. मिश्रा ने बताया कि शहरों में बढ़ती आबादी से स्मार्ट सिटी की अवधारणा को महत्व मिल रहा है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी ऐसी हो जिसकी अधोसंरचना मजबूत और वहाँ सभी नागरिक सुविधाएँ बेहतर हों। उस क्षेत्र की विद्युत, जल, स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन आदि बुनियादी सुविधाओं का प्रबंधन भी अच्छा हो। स्मार्ट शहर की कनेक्टिविटी अन्य क्षेत्र से सुलभ हो, जिससे आम आदमी एक स्थान से दूसरे स्थान सुगमता से पहुँच सके। श्री मिश्रा ने बताया कि अभी इंदौर और भोपाल में लाईट मेट्रो सेवा शुरू करने की योजना शुरू की गई है। सेमीनार में दोनों शहर की मेट्रो परियोजना को फिल्म के जरिये दिखाया गया।
गृह निर्माण मण्डल के आयुक्त नीतेश व्यास ने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप स्मार्ट सिटी की प्रभावी पहल में मध्यप्रदेश सरकार पूरा सहयोग करेगी। सेमीनार में भोपाल के नार्थ टी.टी. नगर की पुनर्घत्वीकरण योजना का प्रस्तुतिकरण भी हुआ।