जगदलपुर के भंगाराम चौक स्थित काछनगुड़ी में दशहरा पर्व की महत्वपूर्ण रस्म काछन गादी विधि- विधान से मनाई गई। काछनदेवी ने कांटों के झूले में सवार होकर बस्तर दशहरा मनाने की अनुमति दी। इससे पहले राजमहल से आतिशबाजी के साथ काछन मंदिर के लिए शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान राज परिवार,दशहरा समिति,मांझी-मुखिया,चालकी, नाइक-पाइक व बड़ी संख्या में श्रद्घालु मौजूद रहे।
गोलबाजार में रैला देवी की पूजा अर्चना भी की गई एवं निर्विघ्न पर्व संपन्न होने की अनुमति मांगी गई। शुक्रवार की शाम बालिका अन्नू दास पर काछन देवी सवार हुई जिसे परंपरानुसार भैरम भक्त देवी का आव्हान करवाया गया। इसके बाद काछन देवी को कांटों के झूले में झुलाया गया।
काछन देवी के जय घोष के मध्य राजपरिवार के कमलचंद्र भंजदेव ने बस्तर दशहरा मनाने की अनुमति मांगी। इस दौरान देवी ने स्वीकृतिसूचक प्रसाद देकर दशहरा मनाने का आशीर्वाद दिया। भंगाराम चौक में देर शाम मेला जैसा माहौल रहा।