कोंग्रेस की बैठक से दिग्गज गायब
कोंग्रेस की बैठक से दिग्गज गायब

 

लंबे समय बाद हुई कांग्रेस की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में उसके नेता एक बार फिर एक नहीं दिखे। इस बैठक में दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेताओं के न आने पर पूर्व मंत्री और प्रदेश उपाध्यक्ष सज्जन सिंह वर्मा ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर सवाल उठा दिए। उन्होंने प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश का नाम लिए बगैर कहा कि प्रदेश प्रभारी और पीसीसी चीफ की आवाज में दम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बडे नेताओं को लाना इन दोनों की जिम्मेवारी है। बैठक से पहले पत्रकारों से चर्चा करते हुए सज्जन वर्मा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बड़े नेताओं को कार्यकर्ताओं का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में पहले कई नेता हुआ करते थे पर अब ऊंगलियों पर गिने जाने वाले नेता ही बचे हैं।

कार्यसमिति की बैठक में तय किया गया कि  मिशन 2018 में जुटी कांग्रेस अब भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार को प्रदेशभर में जाकर उजागर करेगी। कांग्रेस के कई नेता अगले सप्ताह से लेकर दिसंबर तक हर विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे। तीन महीने चलने वाले जनसंवाद में प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा एक दर्जन प्रस्ताव भी इस बैठक में रखे गए।

युकां प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को काले झंडे दिखाने और उनके खिलाफ नारेबाजी करने वाले कार्यकर्ताओं पर अनुशासन की कार्रवाई की जाएगी।

आज हुई एक दिवसीय कार्यसमिति में कांग्रेस के संगठन प्रभारी मोहन प्रकाश के अलावा सुरेश पचौरी, सज्जन वर्मा, विधायक अजय सिंह, डॉ. गोविंद सिंह, मुकेश नायक, राज्यवर्धन सिंह जीतू पटवारी, तुलसी सिलावट, केके मिश्रा सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

इंदौर में अपने पीए के साथ हुई अभद्रता के बाद कैलाश विजयवर्गीय द्वारा खुद थाने पहुंचने पर कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने इंदौर में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि पुलिस तो आम लोगों को भी परेशान करती है, क्या कैलाश विजयवर्गीय इसी तरह आम लोगों के लिए भी मैदान में उतरेंगे।

बैठक में दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, सत्यव्रत चतुर्वेदी जैसे नेताओं के न आने का कारण कल दिल्ली में होने वाली राहुल गांधी की रैली को बताया जा रहा है। ये सभी दिग्गज इस रैली की तैयारियों में व्यस्त हैं। वहीं सिंधिया के न आने का कारण साफ नहीं हो सका।

सज्जन सिंह वर्मा ने कहा  छोटे कार्यकर्ताओ का ध्यान बड़े नेताओं को रखना होगा। प्रभारी महामंत्री की आवाज में दम होना चाहिए। ( दिग्गज नेताओं के बैठक में नहीं आने पर बोले) कहा उनको लाना प्रभारी महामंत्री और पीसीसी चीफ की जिम्मेदारी।

सुरेश पचोरी का बयान यह कांग्रेस की अहम बैठक है. इसमें एक्शन प्लान तैयार होगा आगे की रणनीति बनेगी. बैठक में लोकसभा और विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी शहडोल संसदीय क्षेत्र के चुनाव पर चर्चा होगी और नेपानगर उपचुनाव पर भी चर्चा होगी.

 गोविन्द सिंह ने कहा सिंधिया ग्वालियर महाराज  को कांग्रेस कार्यकर्ता पहचान नहीं पाए। इसलिए ऐसी घटना हुई। युवाओं से भूल से ऐसा हुआ इसलिए उन पर कोई कार्यवाही नहीं होना चाहिए। राहुल गांधी की दिल्ली में रैली है इसलिए बड़े नेता नहीं आ सके।जयवर्धन  सिंह बोले  बड़े नेताओं को दिल्ली में कुछ काम होगा इसलिए नहीं आए होंगे। सब लोग एक है।