महासमुंद में कोर्ट से आदेश होने के 14 महीने बाद भी गुजारा भत्ता नहींं मिलने पर आज कथित तौर पर दहेज प्रताड़ित इश्मा खान अपनी तीन बहनों के साथ शहर भ्रमण पर निकली हैं। इस दौरान इनके हाथों में 1 नवम्बर को आत्मदाह करने का बैनर भी था।
ईशमा ने बताया की फरवरी 2012 में रायपुर में शादी हुई। 6 महीने तक उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया गया। बाद मायका भेज दिया गया। समाज में निर्णय हुआ कि पति द्वारा गुजारा भत्ता दिया जाये और मैहर की रकम लौटाई जाए। आरोपी ने समाज के निर्णय का पालन नहीँ किया। बाद मामला थाना में गया। यहां 498 का अपराध दर्ज किया गया। जिसका प्रकरण रायपुर न्यायालय में विचाराधिन है।
इस बीच पीड़ित पक्ष ने गुजारा भत्ता का आवेदन कौर्ट में लगाया जिस पर 14 महीने पहले कोर्ट ने 2 हजार प्रतिमाह भत्ता दिए जाने का फैसला दिया। आरोपी ने कोर्ट के फैसले के बाद भी राशि नहीँ दी। तब अवमानना लगाया गया। बाद भी कोई असर नहीं होने से पीड़िता ने 1 नवम्बर को आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।