छत्तीसगढ़ में पांच सौ करोड़ के चाइना बाजार पर अब ग्रहण लगने की आशंका बढ़ गई है। दीपावली पर चाइनीज लाइट, पटाखे बाजार में आ गए हैं। अब स्वदेशी जागरण मंच इसका विरोध कर रहा है। इस बार विरोध में राष्ट्रवादी तड़का है। जागरण मंच ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि चीन हमेश पाकिस्तान के साथ खड़ा रहता है।
ऐसे में उसके सामान की प्रदेश में बिक्री और खरीदी करके हम अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं। ऐसे में मंच ने मांग की कि चीन में बने सामान लाइट, पटाखे पर रोक लगाकर देश की जनता को देशभक्ति का संदेश दें।
स्वदेशी जागरण मंच के संरक्षक डॉ. राजेंद्र दुबे और सहप्रांत संयोजक प्रवीण मैसेरी ने एक बयान जारी करके कहा कि चीन का सामान स्वास्थ्य के लिये बेहद हानिकारक हैं। नासमझी और थोड़े पैसे बचाने के लालच में हम चाइना माल खरीद कर देश के उत्पादकों, गरीब छोटे गृहउद्योग के साथ बेशकीमती विदेशी धन को क्षति पहुंचा रहे हैं। हाल ही में आतंकवादी घटना के बाद चीन पाकिस्तान के साथ मजबूती से खड़ा नजर आया। जागरण मंच के प्रांत प्रचार प्रमुख अमरजीत छाबड़ा ने कहा कि भारत को कमजोर बनाने का एक भी मौका चीन नहीं छोड़ता है।
भारत के धन से भारत को कमजोर करने की चीन की साजिश है। इसलिए विदेशी सामान पर देश में रोक लगनी चाहिए। चीन हमारे खिलाफ गुप्त तरीकों से प्रॉक्सीवॉर चलाकर अपने यहां निर्मित जहरीले सामान से देश का, जनता का स्वास्थ्य खराब तो कर ही रहा है साथ ही देश में नक्सलवादियों अलगाववादियों को हथियारों के साथ आर्थिक मदद कर देश की एकता-अखंडता के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
सस्ते और आयातित हैलोजन बल्बों के कारण मानव स्वास्थ्य को हानि पहुंचने की कुछ घटनाओं को छत्तीसगढ़ सरकार ने गंभीरता से लिया है। राज्य के सभी जिलों में चाइनीज बल्बों के उपयोग पर रोक लगा दी गई है। जिला कलेक्टरों को ऊर्जा विभाग के अधिकारियों की मदद से दुकानों पर लगातार निगरानी रखने और आम जनता के बीच जागरूकता लाने के निर्देश राज्य शासन ने दिए हैं। साथ ही आम जनता और विशेष रूप से सामाजिक-सांस्कृतिक आयोजन करने वाली संस्थाओं से कार्यक्रमों में ऐसे बल्बों का इस्तेमाल नहीं करने की भी अपील की गई है।
चाइनीज लाइट, झालर, बल्ब, पटाखे, ग्रीटिंग कार्ड, रंगोली, बच्चों के खिलौने आदि प्रोडक्ट बाजर में बिक रहे हैं।