
कांकेर। जिले के थाना ताड़ोकी क्षेत्र अंर्तगत ताड़ोकी थाने से एक किमी दूर शुक्रवार देर रात 11 बजे यात्री बस में आग लगने से पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। लेकिन ताड़ोकी थाने में तैनात जवान की सजगता के कारण बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं और बड़ा हादसा टल गया। बस नारायणपुर से बिलासपुर जा रही थी, जिसमें रामकृष्ण मिशन हॉस्टल के 17 बच्चे और 02 शिक्षक सहित 21 यात्री सवार थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर के आश्रम से 17 बच्चों को लेकर 02 शिक्षक बिलासपुर जाने के लिए निकले थे। इन छात्रों को वहां आयोजित होने वाली खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेना था। बस कांकेर जिले के धुर नक्सल प्रभावित ताड़ोकी थाने के पास पहुंची ही थी, तभी वहां तैनात जवान ने बस के टायर से चिंगारी उठती हुई देखी, यह देखकर पुलिस के जवान ने तुरंत थाना प्रभारी अमित पद्मशाली को इसकी सूचना दी। थाना प्रभारी ने बिना देरी किए बस का पीछा किया और करीब 01 किलोमीटर बाद उसे रोक लिया। उन्होंने सभी बच्चों, शिक्षकों और चालक को बस से नीचे उतारा। बस नारायणपुर से बिलासपुर जा रही थी, जिसमें रामकृष्ण मिशन हॉस्टल के 17 बच्चे और 2 शिक्षक समेत 21 लोग सवार थे। थाना ताड़ोकी के थाना प्रभारी अमित पद्मशाली ने बताया कि बस के टायर चिंगारी उठता हुआ देखकर ताकोड़ी थाने पर तैनात जवान ने उन्हें सूचना दी थी, जिसके बाद बस को रोका गया। पुलिस जवान की सतर्कता से एक बड़ा हादसा होने से टल गया, बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं।
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