Since: 23-09-2009
130 करोड़ रुपये का स्मार्ट वाटर प्रोजेक्ट
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 130 करोड़ रुपये के स्मार्ट वाटर प्रोजेक्ट के तहत घर-घर पानी पहुंचाने के लिए 156 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाने का काम होगा। जसे अब आधुनिक रडार तकनीक से पहले यह पता लगाया जाएगा कि जहां खोदाई करनी है। जमीन के भीतर की संरचना क्या है। सड़क-चौराहों पर पाइपलाइन या केबल बिछाने के लिए होने वाली अनियंत्रित खोदाई से शहरवासियों को राहत देने के लिए सैटेलाइट आधारित यह सिस्टम स्मार्ट सिटी ने लाया है। जानकारी के अनुसार सैटेलाइट का इस्तेमाल करते हुए शहर में बड़ी आबादी वाले हिस्से का सर्वे पूरा कर लिया गया है। अब पाइपलाइन डालने के लिए रडार तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रोजेक्ट के तहत 18 महीने के भीतर शहर के 24 हजार घरों तक 24 घंटे पानी पहुंचाया जाएगा।
बताया जा रहा है कि पहले फेस में स्मार्ट वाटर प्रोजेक्ट की शुरुआत मोतीबाग और गंज मंडी स्थित पानी टंकी से होगी। इन टंकियों से रोजाना 24 हजार घरों में 85 लाख लीटर से ज्यादा पानी की आपूर्ति की जाएगी। दूसरे चरण में यह सर्वे किया जाएगा कि इस क्षेत्र के घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों में कितने नल कनेक्शन दिए जाने हैं। इसमें डा. आंबेडकर अस्पताल और डीकेएस अस्पताल को भी जोड़ा गया है। स्मार्ट सिटी ने शहर के घनी बसाहट वाले इलाके और तंग गलियों वाले हिस्सों का सैटेलाइट सिस्टम से सर्वे किया है। इसके तहत बैजनाथपारा में किस तरह पाइपलाइन जाएगी, इसके लिए मोतीबाग पानी टंकी से तकनीकी टीम ने सेंसर के जरिए सिग्नल भेजे। इसके साथ ही कई वार्डों का सर्वे किया गया है। जहां खोदाई के बाद पाइप लाइन का काम शुरू होगा।
MadhyaBharat
11 June 2022
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.
Created By: Medha Innovation & Development
|