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धमतरी। अक्षय तृतीया पर्व के दिन गांव-गांव में सुबह से ठाकुर देव की ग्रामीणों ने पूजा-अर्चना की। दोना-पत्तल में धान चढ़ाकर व बच्चों को किसान बनाकर तथा खेती किसानी की रस्म निभाकर अच्छी फसल की कामना। अक्ति के दिन को शुभ मुहूर्त मानकर किसान खेतों में पूजा अर्चना व धान छिड़कर खरीफ खेती किसानी की शुरुआत की। साथ ही बैगा व ग्रामीणों ने गांव की सुख शांति की कामना की।
ग्रामीण अंचल में 22 अप्रैल को अक्ती पर्व उत्साह व उमंग के साथ मनाया गया। क्षेत्र के ग्राम पोटियाडीह, बंजारी, कलारतराई, अमेठी, कोलयारी, मुजगहन, लोहरसी, खरतुली, परसतराई समेत जिलेभर के गांवों में सुबह से कामकाज बंद रहा। बैगाओं और वृद्धजनों ने ठाकुर देव की पूजा-अर्चना कर खेती किसानी और अच्छी बारिश के लिए कामना की। देवस्थल पर बच्चों से हल व कुदाल चलाकर खरीफ खेती-किसानी की शुरुआत की गई। पूजा-अर्चना पश्चात धान से भरे दोना को किसानों को वितरित किया, जिसे किसानों ने अपने खेतों में छिड़ककर अच्छे उत्पादन की कामना की। यह परंपरा सभी गांवों में कर पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। ग्रामीण सत्यवान साहू, शंकर लाल साहू, बीरेंद्र देवांगन, रमेश साहू ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में अक्ती पर्व का विशेष महत्व है। ग्रामीण पूजा-अर्चना कर अपने पूर्वजों को याद करते हैं।वहीं परिवार के मृतक सदस्यों को यादकर भोज कराते हैं।
बारिश का इंतजार
अक्ति पर्व के दिन बारिश को शुभ संकेत माना गया है। यही वजह है कि सुबह से रात तक शुभ संकेत के लिए किसान आसमान से हल्की बारिश का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अक्षय तृतीया के दिन दोपहर तेज धूप खिली रही। दोपहर व शाम तक लोग गर्मी से व्याकुल रहे। दिन का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रहा। अन्य दिनों की तरह गर्मी और उमस से लोग व्याकुल होते रहे। लोगों का कहना है कि यदि अक्ती के दिन बारिश होती है, तो वर्षा ऋतु में अच्छी बारिश की संभावना रहती है। उल्लेखनीय है कि इसी दिन से किसान खरीफ सीजन के लिए खेती-किसानी की शुरुआत करते हैं।
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