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धमतरी। धमतरी जिला मुख्यालय से 14-15 किमी की दूरी पर दो जंगली हाथी विचरण कर रहे हैं। एक और हाथी कांकेर जिले के चारामा क्षेत्र में धमतरी जिले की सीमा के पास में है। ये हाथी धान फसल को खाकर लगातार हानि पहुंचा रहे है।
जिले के केरेगांव वनपरिक्षेत्र के बनबगौद के जंगल में 22 सितंबर की सुबह एक दंतैल हाथी विचरण कर रहा था। बाद में यह हाथी ग्राम बनरौद के खेतों में पहुंच गया। इस हाथी ने फसल को खाकर और रौंदकर हानि पहुंचाया है। वन विभाग ने ग्राम बांसपारा, पीपरछेड़ी, कुर्रीडीह, बनरौद ,मारदापोटी और बनबगौद के ग्रामीणों को सावधान किया है। क्याेंकि इन गांवों से होकर हाथी मुरूमसिल्ली बांध की ओर आना-जाना करते हैं। वन विभाग की टीम गजराज वाहन के साथ इस हाथी पर दृष्टि बनाए हुए है। एक और हाथी धमतरी वन परिक्षेत्र के राजस्व ग्राम मड़वापथरा के पास विचरण कर रहा है। यह हाथी सीमावर्ती बालोद जिले के गुरूर परिक्षेत्र के वन में भी विचरण करता है। इसके बाद मड़वापथरा के जंगल आ जाता है। 21 सितंबर की रात यह हाथी धमतरी जिला मुख्यालय से सात किमी दूर ग्राम बेन्द्रानवागांव के जंगल और खेतों तक पहुंच गया था। हाथी ने किसान सोमन की धान फसल को खाकर हानि पहुंचाया था। हाथी के विचरण को देखते हुए वन विभाग ने मुनादी करवा कर धमतरी जिले के ग्राम मड़वापथरा, कसावाही, बरपानी, बिश्रामपुर, तुमाबुजुर्ग, आमापानी और बालोद जिले के ग्राम बोरिदकला, बालोदगहन, नैकुरा, जगतरा, सोहतरा के ग्रामीणों को सावधान किया है। वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल न जाने, रात्रि में जंगल के रास्तो पर न जाने की समझाइश दी है। एक और दंतेल हाथी कांकेर जिले के चारामा क्षेत्र के हाराडूला के जंगल में विचरण कर रहा है। यह क्षेत्र धमतरी जिले के गंगरेल बांध के डूबान क्षेत्र से लगा हुआ है। हाथी धमतरी जिले की सीमा में हैं। यह कभी भी धमतरी जिला आ सकता है। इसलिए वन विभाग ने कांकेर जिले के ग्राम किलेपार, जेपरा, हाराडूला, तुहेगहन और धमतरी जिले के ग्राम पंडरीपानी, अकलाडोंगरी के ग्रामीणों को सावधान रहने कहा है।
MadhyaBharat
22 September 2023
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