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धमतरी। धमतरी जिले के वनांचल व डुबान क्षेत्र में बीते दो दिनों में हुई ओलावृष्टि व वर्षा ने जमकर कहर बरपाया है। चारों ओर गिरे ओलों से फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। सब्जी फसल व उन्हारी फसल खराब होने से किसान संभावित नुकसान का आंकलन कर रहे हैं। रबी सीजन में लगाई गई धान फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है। वहीं महुआ, आम व तेंदू के फूल व फल झड़ा गए हैं। क्षेत्र के 20 से अधिक गांवों के किसानों को ओलावृष्टि से भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
धमतरी, कुरूद, मगरलोड व आसपास क्षेत्र में हुई बेमौसम वर्षा से किसानों के खेतों में तैयार दलहन-तिलहन फसल चना, गेहूं, तिवड़ा, उड़द, मूंग फसल भीग गई है। खेत गीला हो चुका है, ऐसे में दलहन-तिलहन फसल कटाई-मिंजाई फिलहाल बंद है। सब्जी फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। किसान चना व गेहूं फसल को खेतों से बाहर निकालकर सड़क पर सूखा रहे हैं, ताकि फसल खराब न हो। वनांचल क्षेत्र के ग्राम बीजापुर, जामनाला, झीपाटोला, गुडरापारा, सियारीनाला, कमारटोला, चनागांव, फुड़हरधाप, हितलीपारा, बगरूमनाला, बरकोन्हा, बेंद्रापानी समेत अन्य गांवों में बेमौसम वर्षा से खासा नुकसान हुआ है।
वनांचल के किसान समारूराम, छबिलाल, बृजलाल मंडावी, सुरूजलाल मंडावी, झुमुकलाल, जीवन लाल, बसंत राम, विष्णु मंडावी, देवनाथ नेताम, सूर्य प्रकाश, माखन लाल और सुरेन्द्र ने बताया कि बेमौसम वर्षा और ओलावृष्टि ने क्षेत्र में जमकर नुकसान हुआ है। खेतों में तैयार हो रही रबी धान फसल ओलावृष्टि से चौपट हो गई। पौधा तैयार हो रहा था, जल्द ही धान की बालियां निकलने वाला था। नुकसान की भरपाई नहीं हुआ, तो किसान कर्ज में डूब जाएंगे। पीड़ित किसानों ने क्षेत्र में तत्काल राजस्व विभाग से नुकसान आंकलन कराकर मुआवजा दिलाने गुहार लगाई है।
किसानों ने बताया कि गर्मी सीजन में वनांचलवासियों के लिए वनोपज ही उनके रोजगार का मुख्य साधन होता है, लेकिन ओलावृष्टि ने महुआ, आम, चार और तेंदू फल को गिराकर नष्ट कर दिया है। इस ओलावृष्टि ने क्षेत्र के लोगों का रोजगार छीन लिया है। ग्राम तिर्रा, चिखली, माटेगहन, कोहका, अकलाडोंगरी, कोलियारी समेत आसपास गांवों में जमकर ओलावृष्टि हुई है। इससे रबी सीजन में धान फसल लेने वाले किसानों के धान फसल खराब हो चुका है। ग्राम तिर्रा के सब्जी उत्पादक रजा खान ने बताया कि ओलावृष्टि से उनके चार एकड़ पर तैयार हो रहे सब्जी फसल पूरी तरह से खराब हो चुका है। फसल सड़ गई है। इससे उन्हें करीब साढ़े तीन लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। पीड़ित किसान ने शासन से मुआवजे की मांग की है।
इस संबंध में कृषि विभाग धमतरी के उपसंचालक मोनेश कुमार साहू ने बताया कि क्षेत्र में पदस्थ कृषि विस्तार अधिकारियों से ओलावृष्टि के दौरान फसल प्रभावित होने की जानकारी मिली है। इसमें 50 हेक्टेयर रबी धान, 12 हेक्टेयर गेहूं, 13 हेक्टेयर मक्का और 10 हेक्टेयर चना नजरी आंकलन से प्रभावित है। पूरी जानकारी कृषि विस्तार अधिकारियों से मिलने के बाद होगी। शासन से मुआवजा राशि लेने किसान प्रशासन के पास आवेदन करें।
MadhyaBharat
21 March 2024
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