Since: 23-09-2009
मध्यप्रदेश: इन्वेस्ट मध्य प्रदेश कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने इंटरैक्टिव सेशन का आगाज किया है. इस कार्यक्रम में बेंगलुरू के 11 कंपनियों से मध्य प्रदेश को निवेश का प्रस्ताव मिला.बेंगलुरू में इन्वेस्ट मध्य प्रदेश कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंटरैक्टिव सेशन का शुभारंभ किया. इस अवसर पर मणिपाल समूह के अध्यक्ष मोहनदास पाई, ग्रीनको ग्रुप के अध्यक्ष अनिल चलमाशेट्टी, लैप इंडिया के मुख्य परिचालन और प्रौद्योगिकी अधिकारी डॉ. शिववेंकट रमानी मौजूद रहे.
मध्य प्रदेश सीआईआई के उपाध्यक्ष और प्रबंध संचालक इन्फोबींस लिमिटेड सिद्धार्थ सेठी ने मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों और उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण पर प्रकाश डाला. उद्योगपतियों को राज्य में उद्योग स्थापित करने के लिए निवेश की सुविधाओं की जानकारी देती फिल्म "एडवांटेज-एमपी" का प्रदर्शन किया गया.
प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि बदलते परिदृश्य में देश के सम्मुख अनुकूल अवसर होने के साथ चुनौतियां भी मौजूद हैं. अपनी क्षमताओं के आधार पर यह विश्वास है कि हमारा भविष्य उज्ज्वल है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के मार्गदर्शन में देश प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर है.
सीएम मोहन यादव ने कहा,"उचित मार्गदर्शन, लेटेस्ट तकनीक के उपयोग, आगे बढ़ने की इच्छा शक्ति, लगन और परिश्रम के साथ नई रिसर्च की परंपरा के बल पर भारत औद्योगिक केंद्र के रूप में विश्व में अपना स्थान बना रहा है." उन्होंने कहा, "देश में आरंभ नए स्टार्ट-अप भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं."
उन्होंने कहा कि भारत में पुरुषार्थ और पराक्रम की परंपरा रही है. शासन-व्यवस्था के जरिये सभी को प्रोत्साहन और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने की परंपरा के निर्वहन के प्रतीक स्वरूप ही विक्रम संवत की शुरुआत हुई. भारतीय परंपरा में शासन का स्वरूप सहायता प्रदान करने का रहा है.
एमपी सीएम ने कहा, "जो जिस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है, उसे मदद उपलब्ध कराने से ही उद्यमशीलता आरंभ होती है. व्यक्ति की क्षमता-दक्षता और परिश्रम का लाभ पूरे समाज को मिलता है. भारत में विद्यमान इस व्यवस्था के परिणामस्वरूप ही भारतीय संस्कृति का विश्व में सदैव मान-सम्मान रहा."
सीएम मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश वर्तमान में सरप्लस एनर्जी स्टेट के रूप में जाना जाता है. ऊर्जा उत्पादन में 23 फीसदी नवीकरणीय ऊर्जा का योगदान है. आईटी, ऊर्जा के साथ ही पर्यटन में भी पर्याप्त संभावनाएं हैं. धार्मिक, स्वास्थ्य, पर्यटन के साथ ही शिक्षा, एमएसएमई, खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में पर्याप्त संभावनाएं हैं.
उन्होंने कहा कि कृषि में मध्य प्रदेश का सर्वाधिक ग्रोथ रेट रहा. देश में गेहूं के सबसे अधिक उपार्जन के साथ ही मध्य प्रदेश दलहन उत्पादन में भी अग्रणी है. इसके साथ ही बागवानी क्षेत्र में भी प्रदेश ने कम समय में बहुत अधिक प्रगति की. प्रदेश में सभी क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करने की पर्याप्त संभावनाएं हैं.
सीएम मोहन यादव की उपस्थिति में मध्य प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड और इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (आईईएसए), टाई ग्लोबल, इलेक्ट्रॉनिक इंडस्टरीज एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (ईएलसीआईएनए)और एसोसिएशन ऑफजियो स्पेशियल इंडस्ट्रीज (एजीआई) के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर भी हुए.
बैंगलुरू में आयोजित इन्वेस्ट-मध्य प्रदेश के इंटरैक्टिव सेशन में गुरुवार को मध्य प्रदेश को लगभग 3200 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. बेंगलुरू में 11 कंपनियों से प्रस्ताव मिले हैं. इन कंपनी में प्रमुख रूप से लेप इंडिया, एजीआई ग्लास पैक, कोका-कोला, पूर्वाषा ग्रुप, मेटेक्नो, थियगाराजन मिल्स शामिल हैं.
इसके अलावा प्रिंट प्वाइंट फॉर्म पैकेजिंग, फीदरलाइट इंडिया, एसआरवी नीट टेक प्राइवेट लिमिटेड, केनेस टेक्नोलॉजी और एसके मिल्स शामिल है. इन कंपनियों द्वारा इलेक्ट्रिकल, मैन्युफैक्चरिंग, फूड प्रोसेसिंग, मेटल सेक्टर, टेक्सटाइल, पैकेजिंग एवं आईटी इत्यादि सेक्टर में निवेश किया जाएगा. इन कंपनियों के आने से राजगढ़, ग्वालियर, उज्जैन, धार (पीथमपुर) और भोपाल के आस-पास के क्षेत्र में लोगों को रोजगार प्राप्त होगा.
MadhyaBharat
9 August 2024
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.
Created By: Medha Innovation & Development
|