Since: 23-09-2009

  Latest News :
वक्फ बिल पर जेपीसी बैठक का कुछ विपक्षी सदस्यों ने किया बहिर्गमन.   बहराइच: पीड़ित परिवार मुख्यमंत्री योगी से मिला.   दिल्ली विधानसभा चुनाव में केजरीवाल के सामने होंगे डॉ. मुनीष रायजादा.   जूनियर डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का 11वां दिन.   टाटा समूह पांच वर्षों में विनिर्माण से जुड़ी 5 लाख नौकरियों का करेगा सृजन: चंद्रशेखरन.   सिर्फ 40 फीसदी असमर्थता भर से कोई एमबीबीएस में दाखिले के अयोग्य नहींः सुप्रीम कोर्ट.   जीतू पटवारी और उमंग सिंघार को चुनौती देता हूं दम हो तो सदस्यता अभियान चलाकर दिखाएं- भगवानदास सबनानी.   बुधनी के मतदाता ने पूरा मन बना लिया है इस बार कांग्रेस का झंडा उपचुनाव में फहराएंगे : अरुण यादव.   भावी जीवन में निरंतर सीखने की भावना जागृत रखें विद्यार्थी : राज्यपाल पटेल.   9 दिन पहले रेस्क्यू की गई महिला रानू साहू की माैत.   फौजी के परिवार से मारपीट करने वाले भाजपा पार्षद पर मामला दर्ज.   हमीदिया अस्पताल में आउटसोर्स कर्मी हड़ताल पर.   ’बारनवापारा बटरफ्लाई मीट’ 21 से 23 अक्टूबर.   अनुपस्थित 14 शिक्षकों काे खंड शिक्षा अधिकारी ने जारी किया कारण बताओ नोटिस.   मुख्यमंत्री साय ने मां दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना कर खुशहाली की कामना की.   मुख्यमंत्री साय ने बस्तर दसराहा पसरा का किया लोकार्पण.   ट्रैक्टर पलटने से ट्राली में बैठे दाे महिला समेत तीन लोगों की मौत.   छत्तीसगढ़ में अब तक 1174.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज.  
सिकल सेल एनीमिया स्क्रीनिंग शिविर में शामिल हुए राज्यपाल
bhopal, Governor participated, sickle cell

भोपाल । राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि स्वस्थ पीढ़ी के लिए विवाह पूर्व जन्म कुंडली मिलान से ज्यादा जरूरी सिकल सेल जेनेटिक काऊंसलिंग कार्ड का मिलान करना है, क्योंकि यदि सिकल सेल रोगी और वाहक आपस में विवाह करते हैं, तो निश्चित ही उनकी सन्तान सिकल सेल रोग से ग्रसित होगी। यदि पति-पत्नी दोनों इस रोग के वाहक हैं, तो भी उनकी भावी सन्तान सिकल सेल से प्रभावित होगी, इसकी ज्यादा संभावना रहती है। राज्यपाल पटेल ने सिकल सेल एनीमिया रोगियों को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखने और अपने घर का पका भोजन ही करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति अपनी दिनचर्या में नियमित पौष्टिक आहार, योग और व्यायाम को शामिल करें।

 

राज्यपाल पटेल सोमवार को शासकीय कमला नेहरू कन्या महाविद्यालय के छात्रावास में आयोजित सिकल सेल एनीमिया स्क्रीनिंग शिविर को संबोधित कर रहे थे। जनजातीय कार्य विभाग और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस स्क्रीनिंग शिविर में जनजातीय कार्य, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह भी उपस्थित थे।

 

राज्यपाल ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम के लिए गर्भधारण के पूर्व और गर्भावस्था में भी मेडिकल काऊंसलिंग बहुत जरूरी है। अब जन्म के 72 घंटों में सिकल सेल का पता लगने पर नवजात शिशुओं के विशेष उपचार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर सिकल सेल एनीमिया के उन्मूलन के लिए विशेष प्रयास कर रही हैं। राज्यपाल पटेल ने संबंधित विभागों को सिकल सेल स्क्रीनिंग के लिए लक्षित प्रत्येक व्यक्ति की अत्यंत गंभीरता से स्क्रीनिंग कराने के निर्देश दिए।

 

सिकल सेल जागरूकता के लिए बेटियाँ आगे आयें

राज्यपाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में मातृ-शक्ति का विशेष महत्व है। सिकल सेल उन्मूलन के लिए बेटियों का योगदान जरूरी है। उन्होंने कहा कि सिकल सेल जागरूकता के लिए बेटियां आगे आयें और अपने करीबियों, रिश्तेदारों व आस-पड़ौस के लोगों को इस रोग के बारे में बताएं और रक्त की जांच कराने को कहें। राज्यपाल पटेल ने उपस्थित जनों से अपील की कि सिकल सेल रोग के लक्षण, रोकथाम और उन्मूलन के प्रयासों में हर व्यक्ति सक्रिय योगदान करे। मानवता की सेवा के इस पुनीत कार्य के प्रति हमेशा संवेदनशील रहें। उन्होंने 2047 तक भारत को सिकल सेल एनीमिया से मुक्त बनाने के संकल्प के लिए सामूहिक सहभागिता का आहवान किया।

 

राज्यपाल पटेल ने कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन और जनजातीय वीर नायकों के छायाचित्रों पर माल्यार्पण के साथ किया। जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह और कन्या महाविद्यालय छात्रावास की बालिकाओं ने राज्यपाल पटेल का पुष्प-गुच्छ भेंट कर आत्मीय अभिनंदन किया। इस अवसर पर राज्यपाल पटेल ने कन्या महाविद्यालय छात्रावास की छात्राओं को उपहार भी दिये।

 

व्यवस्था करेंगे कि हर छात्रावास में एक नर्स हर महीने विद्यार्थियों की जांच करें

जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश के सिकल सेल उन्मूलन मिशन में राज्यपाल पटेल की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। शाह ने जनजातीय हितों के लिए राज्यपाल पटेल के मार्गदर्शन में राजभवन में स्थापित किए गए 'जनजातीय प्रकोष्ठ' की मुक्त-कंठ से सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्यपाल पटेल जनजातीय वर्ग के प्रति अत्यंत ही संवेदनशील हैं। पटेल के प्रयासों से ही प्रदेश में सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन का कार्य मिशन मोड पर तेजी से जारी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से हम ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं कि प्रदेश के प्रत्येक अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के सभी छात्रावासों में एक नर्स हर महीने जायेगी और छात्रावासी बच्चों के रक्त की जांच करेगी।

 

72 लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी

स्क्रीनिंग कैम्प में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की उप संचालक डॉ. रूबी खान ने स्क्रीनिंग शिविर के उद्देश्यों और सिकल सेल रोग के लक्षणों, रोग की पहचान, रोकथाम एवं उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत अब तक प्रदेश में 72 लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। मिशन के लक्ष्य के तहत एक करोड़ लोगों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की जानी है। कार्यक्रम में कन्या महाविद्यालय छात्रावास की सिकल सेल एनीमिया पॉजिटिव छात्राओं ने अपने अनुभव साझा किए।

 

कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन जनजातीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. ई. रमेश कुमार ने दिया। आभार जनजातीय कार्य विभाग के संभागीय उपायुक्त नरोत्तम वरकडे ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में राजभवन के जनजातीय प्रकोष्ठ के सचिव अमरपाल सिंह, जनजातीय कार्य विभाग की उप सचिव एवं संचालक, जनजातीय क्षेत्रीय विकास योजनाएं वंदना वैद्य, प्रभारी निदेशक बी.एम.एच.आर.सी. मनीषा श्रीवास्तव, जनजातीय और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कन्या महाविद्यालय छात्रावास की छात्रायें और उनके अभिभावक भी मौजूद थे।

 

कार्यक्रम के उपरांत राज्यपाल पटेल एवं मंत्री डॉ. शाह ने कन्या महाविद्यालय छात्रावास का अवलोकन कर यहां छात्राओं को दी जा रही सुविधाओं व अन्य व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।

 

MadhyaBharat 30 September 2024

Comments

Be First To Comment....
Video

Page Views

  • Last day : 8641
  • Last 7 days : 45219
  • Last 30 days : 64212


x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.