Since: 23-09-2009

  Latest News :
चुनाव आयोग से मिलने के बाद बोले केजरीवाल- अवध ओझा का वोट दिल्ली ट्रांसफर होगा.   प्रधानमंत्री ने सोनमर्ग जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन किया.   \'मेक इन इंडिया\' को लेकर कांग्रेस का केंद्र पर बड़ा हमला.   महाकुंभ का भव्य शुभारंभ संगम की रेती पर उमड़ा आस्था का सैलाब.   अश्विनी वैष्णव ने मार्क जुकरबर्ग पर किया पलटवार.   महाराष्ट्र में रामराज्य लाना जनता की अपेक्षा और पार्टी की जिम्मेदारी है : नितिन गडकरी.   मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गौ-माता मंदिर सेवा स्थल का भूमि-पूजन .   प्रस्तावित 16वें वित्त आयोग की तैयारियों की करें समीक्षा : उप मुख्यमंत्री देवड़ा.   प्रवीण कक्कड़ को मिलेगा शिवना कृति सम्मान .   गोपाल मंदिर में शादी के आयोजन को लेकर बड़ी कार्रवाई.   मंत्री के बयान के विरोध में तहसीलदार और नायाब तहसीलदार सामूहिक अवकाश पर .   सिंहस्थ-2028 में क्षिप्रा नदी के जल से ही होगा स्नान : मुख्यमंत्री डॉ. यादव.   छत्तीसगढ़ पीएससी घोटाला मामले में सीबीआई गिरफ्तार आरोपितों को आज न्यायालय में पेश करेगी.   छत्तीसगढ़ के हसदेव नदी के किनारे मिला 28 करोड़ साल पुराना समुद्री जीवाश्म.   डिवाइडर से टकराई बुलेट एक की मौत.   आईईडी ब्लाॅस्ट में घायल जवानाें से मिले उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा.   लोहड़ी पर्व सामाजिक एकता और पारिवारिक सामंजस्य का प्रतीक : मुख्यमंत्री साय.   युवक ने फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या.  
मावठे की बारिश से खरीदी केंद्रों में रखी हजारों क्विंटल धान भीगी
umaria, Thousands of quintals, Mawthe rain

उमरिया । शनिवार सुबह से हो रही बारिश से खुले में पड़ी किसानों की लाखों क्विंटल धान पर पानी भिर गया। धान भीगने के साथ जनजीवन प्रभावित हो गया।

 

जानकारी के लिए बता दें कि जिले में 42 धान खरीदी केंद्र हैं जिसमे मात्र 10 केंद्र वेयरहाउस में बने हैं बाकी 32 केंद्रों में खुले में खरीदी हो रही है, लेकिन एनसीसीएफ एवं सहकारिता विभाग की लापरवाही के चलते खुले में पड़ी लाखों क्विंटल धान पानी मे भीग गई। अब इस भीगी हुई धान की मिलिंग भी ठीक तरह से नहीं होगी वहीं किसानों की बिना बिकी धान को एनसीसीएफ के ग्रेडर भी इसको रिजेक्ट करेंगे जिसके चलते किसान परेशान होगा, वैसे भी जिले का किसान सहकारिता, खाद्य, एनसीसीएफ और परिवहनकर्ता के बीच पिस रहा है ऊपर से आसमानी आफत। हालांकि यह पानी खेती के लिए अमृत समान है, लेकिन धान खरीदी केंद्रों के लिए यह आफत बनकर गिरा है।

 

दूसरी तरफ किसान और खरीदी केन्द्र प्रभारी चिन्ता में डूब गए कि अब इस धान को रिजेक्ट कर दिया जाएगा और जो धान किसान संस्था को बेच चुके हैं, लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते परिवहन नही हुआ है, और धान ख़रीदी से सम्बंधित सभी अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते हुए, किसान और खरीदी प्रभारी को दोषी मानते हुए सारी गलती और कमी उन्ही की निकाल देंगे, ऐसे में प्रदेश सरकार को चाहिए कि सभी जिम्मेदार अधिकारियों और एजेंसी पर सख्त कार्रवाई करें ताकि किसानों को राहत मिल सके।

MadhyaBharat 28 December 2024

Comments

Be First To Comment....
Video

Page Views

  • Last day : 8641
  • Last 7 days : 45219
  • Last 30 days : 64212


x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved ©2025 MadhyaBharat News.