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डिब्रूगढ़ (असम)। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज़ ‘एमवी गंगा विलास’ के डिब्रूगढ़ पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। उन्होंने इस ऐतिहासिक और अभूतपूर्व घटना की सराहना करते हुए कहा कि भारत की आज़ादी के 75 वर्ष बाद अन्तर्देशीय जलमार्ग के क्षेत्र में पहली बार ऐसा हुआ है।
एमवी गंगा विलास आज डिब्रूगढ़ के बोगिबील पहुंचा। केन्द्रीय मंत्री सोनोवाल की अगुआई में सभी 28 विदेशी पर्यटकों का स्वागत किया गया। 3200 किमी लंबा फासला सफलतापूर्वक तय करते हुए एमवी गंगा विलास ने पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र में रिवर टूरिज़्म की संभावनाओं के नए अवसर खोले हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 13 जनवरी को वाराणसी से एमवी गंगा विलास को झंडी दिखा कर रवाना किया था। यह भारत में निर्मित पहला क्रूज़ वैसल है, इसे अनूठे डिजाइन और भविष्यवादी विज़न के साथ निर्मित किया गया है, इस क्रूज़ में तीन डैक और 18 सुइट्स हैं, जहां 36 पर्यटक रह सकते हैं। अगले दो वर्षों तक के लिए, दोनों तरफ की सभी यात्राओं की बुकिंग हो चुकी है। एक नए युग का आरंभ करने वाली इस यात्रा के यात्रियों को पटना साहिब, बोध गया, विक्रमशिला, ढाका, सुंदरबन एवं काज़ीरंगा जैसे प्रसिद्ध स्थलों को देखना का मौका मिला और इन सब जगहों के दर्शन करते हुए वे आज असम के डिब्रूगढ़ में पहुंचे हैं।
इस अवसर पर सोनोवाल ने कहा, “दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज़ एमवी गंगा विलास के सफल समापन ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मिसाल कायम करते हुए यह दिखाया है कि देश के लाभ हेतु हम नई संभावनाओं को मुमकिन बनाने के लिए तत्पर हैं। अन्तर्देशीय जलमार्गों में सफल क्रूज़ मूवमेंट और कार्गो मूवमेंट प्रधानमंत्री मोदी के विज़न का परिचायक है जो परिवहन के जरिए परिवर्तन ला रहा है। मेरिटाइम इंडिया विज़न-2030 को हासिल करने के लिए हम प्रधानमंत्री के सक्षम नेतृत्व में काम करना जारी रखेंगे इसके अलावा 2035 तक सागरमाला परियोजना और पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान एवं नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी के लिए भी हम कार्यरत रहेंगे। आज हमने एक और मील का पत्थर पार कर लिया है जो भारत की ब्ल्यू इकॉनॉमी में मौजूद असीम संभावनाओं को खोलता है।’’
उन्होंने कहा कि उत्तरपूर्व क्षेत्र में रिवर इकॉनॉमी को इससे बढ़ावा मिलेगा। एमवी गंगा विलास ने भारत और बांग्लादेश को दुनिया के रिवर क्रूज़ नक्शे पर ला दिया है। इससे पर्यटन और मालवाहन के क्षेत्र में नया रास्ता खुला है।
सोनोवाल ने उन सभी लोगों को बधाई दी जिन्होंने एमवी गंगा विलास द्वारा दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज़ यात्रा को सफल बनाने में योगदान दिया। उन्होंने अन्य सभी प्राइवेट सेक्टर ऑपरेटरों को भी प्रोत्साहित किया कि वे विभिन्न जलमार्गों पर अपनी पसंद के रिवर क्रूज़ सर्किट की पहचान करें तथा इस सेक्टर में प्रवेश करें जो अभी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है और रिवर क्रूज़ टूरिज़्म इकोसिस्टम का हिस्सा बनें ताकी देश की व्यापक समृद्धि हो, खासकर उत्तर पूर्व क्षेत्र की। उन्होंने सभी उद्यमियों और कारोबारी लीडरों से अपील की कि वे जलमार्गों का फायदा हासिल करने के लिए मिल कर काम करें।
इस मौके पर पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय तथा पर्यटन के केन्द्रीय राज्यमंत्री श्रीपद येसो नाइक ने कहा, “विश्व के सबसे लंबे रिवर क्रूज़ की सम्पन्न करने में एमवी गंगा विलास की कामयाबी ने देश के संपूर्ण विकास हेतु नई संभावनाओं के बारे में मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को स्थापित किया है। गंगा विलास की सफलता के बाद रिवर क्रूज़ टूरिज़्म की बड़ी संभावनाएं सच साबित हुई हैं। विदेशी पर्यटकों से भारत दर्शन हेतु नदी मार्ग के लिए उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया मिली है, पर्यटन क्षेत्र के लिए यह एक अद्भुत मार्ग है और परिधीय नदी किनारों की अर्थव्यवस्था को भी इससे बढ़ावा मिलेगा।’’
पत्तन, पोत परिवहन व जलमार्ग मंत्रालय की जलमार्ग विकास परियोजना पर मोदी सरकार 6000 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश कर रही है ताकी अर्थ गंगा और महाबाहु ब्रह्मपुत्र परियोजनाओं के माध्यम से अन्तर्देशीय जलमार्गों का पुनर्गठन किया जा सके। उत्तर पूर्व भारत के चहुंमुखी विकास में इसकी केन्द्रीय भूमिका है।
इस अवसर पर केन्द्रीय राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर ने कहा, “पूर्वी भारत, विशेषकर उत्तरपूर्व के विकास पर ध्यान देना प्रधानमंत्री का बड़ा कदम है। गंगा विलास की सफलता के साथ वाराणसी से कोलकाता व डिब्रूगढ़ तक के क्षेत्र को नदी मार्ग के चलते बढ़ावा मिलेगा। मालवहन एवं यात्रा की सफलता ने इस इलाके के कारोबारी तबके के लिए अवसरों का नया द्वार खोल दिया है। किफायती, सक्षम और पर्यावरण अनुकूल अन्तर्देशीय जल परिवहन क्षेत्र की संवहनीय वृद्धि सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाने जा रहा है।’’
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में बांग्लादेश सरकार के जहाज़रानी मंत्रालय के राज्यमंत्री खालिद महमूद चौधरी के साथ भारत सरकार एवं राज्य सरकारों के मंत्री तथा भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण आधिकारी आदि मौजूद थे।
MadhyaBharat
28 February 2023
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