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ग्वालियर। शनिवार की सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और शाम को छुटपुट बूंदबांदी भी हुई। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले तीन से चार दिन तक मौसम ऐसा ही रहने की संभावना है। हालांकि तेज बारिश की उम्मीद कम है लेकिन अंचल में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।
पिछले वर्षों की बात करें तो हल्की ठंड होली तक महसूस होती थी लेकिन इस बार होली से लगभग एक माह पहले फरवरी में ही मौसम अचानक बदल गया। मौसम लगातार शुष्क रहने और तेज धूप निकलने से गर्मी ने दस्तक दे दी और अधिकतम तापमान अधिकांशत: सामान्य से ऊपर ही बना रहा लेकिन मार्च के चौथे दिन सुबह लोगों की नींद खुली तो आसमान में बादल छाए हुए थे। हालांकि हल्की धूप भी खिली हुई थी। दोपहर में बादलों का घनत्व बढ़ा तो दो बजे के आसपास शहर में छुटपुट बूंदाबांदी हुई। शाम पांच बजे के बाद एक बार फिर से बूंदाबांदी हुई। इसके बाद देर रात तक रुक-रुककर छुटपुट बंूदाबांदी होती रही। जिससे अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।
मौसम वैज्ञानिक सी.के. उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान में हिमालय में पश्चिमी विक्षोभ और राजस्थान से उत्तरी महाराष्ट्र तक उत्तर-दक्षिण ट्रफ (द्रोणिका) बनी हुई है। इन दोनों मौसम प्रणालियों के प्रभाव से अरब सागर से नम हवाएं आ रही हैं। इसी वजह से ग्वालियर सहित आसपास के जिलों में बादल छाए हुए हैं। आगामी सात से आठ मार्च तक इसी प्रकार मध्यम से घने बादल छाए रहने की संभावना है लेकिन तेज बारिश की संभावना कम है। हालांकि अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी जरूर हो सकती है। बादल छटने के बाद तापमान में फिर से वृद्धि होगी। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा शनिवार को अधिकतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 29.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 3.6 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
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