भोपाल । मध्य प्रदेश में काली कमाई और अन्य स्रोतों से करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित करने वाले परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के विरुद्ध आयकर विभाग ने बुधवार को लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी कर दिया है। इसके साथ ही भोपाल में मेंडोरी के जंगल में लावारिस इनोवा कार से 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये नगद राशि जब्त करने के बाद सौरभ शर्मा से पूछताछ की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लुक आउट सर्कुलर जारी होने के बाद सौरभ शर्मा अब भारत आने पर सीधे जांच एजेंसियों के शिकंजे में आ सकेगा। साथ ही बिना विभाग की परमिशन के देश से बाहर भी नहीं जा सकेगा।
कार से मिला सोना और नगदी आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा का ही होने की पुष्टि के बाद आयकर विभाग ने दो दिन पहले लुक आउट सर्कुलर जारी करने का फैसला लिया था। इसके लिए डीआरआई को पत्र भेजने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी थी। दो दिनों में आयकर अधिकारियों ने यह प्रक्रिया पूरी की और अब सौरभ शर्मा से पूछताछ संबंधी कार्रवाई के लिए लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया गया है। इधर, सौरभ के करीबी चेतन गौर से भी इस संबंध में पूछताछ की गई है। इसके साथ ही विदेश में निवेश की जानकारी भी आयकर विभाग जुटा रहा है। हवाला का संदेह इसलिए भी हो रहा है कि ढाई-ढाई लाख रुपये वाली गड्डियां मिली हैं, जो हवाला में उपयोग होती हैं।
छापे में मिली थी 235 किलो चांदी और 2.95 करोड़ रुपये की नगदी
दरअसल, 19 दिसंबर को लोकायुक्त और आयकर विभाग के छापों में सौरभ शर्मा के ठिकानों से 235 किलो चांदी और 2.95 करोड़ रुपये कैश मिले थे। वहीं 19 दिसंबर की देर रात मेंडोरी के जंगल से एक कार से 52 किलो सोना मिला। 11 करोड़ रुपये कैश भी बरामद हुआ था। कार एक मकान के बाहर लावारिस हालत में मिली थी। सोने की कीमत करीब 40 करोड़ 47 लाख रुपये आंकी गई थी। कार का मालिक चेतन सिंह गौर सौरभ का करीबी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सौरभ शर्मा उसके ठिकानों पर लोकायुक्त की छापेमारी के पहले से दुबई में है। हालांकि, इसकी कोई आधिकारी जानकारी आयकर विभाग या अन्य जांच एजेंसियों के पास नहीं है। इसलिए सौरभ शर्मा के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया है। सौरभ शर्मा अब लोकायुक्त पुलिस और आयकर विभाग दोनों के जांच के दायरे में आ गया है, दोनों एजेंसियों को उसकी तलाश है। इसके साथ ही सौरभ की मां, पत्नी और अन्य परिजनों को राजधानी के चूना भट्टी स्थित रेस्टारेंट 'फोगीट' से संबंधित मामले में नोटिस जारी किए जाएंगे। सौरभ शर्मा के करीबी रिश्तेदार अपने सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट कर भूमिगत हो गए हैं।
आयकर विभाग के छापे में सौरभ के यहां से एक एक डायरी भी मिली थी। इस डायरी में कई आरटीओ, चेक पोस्ट के अधिकारी और नेताओं के नाम हैं। आयकर विभाग अब इन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी कर रहा है। यह कार सौरभ के सहयोगी चेतन के नाम पर है, पर उपयोग सौरभ ही कर रहा था। सोने के मामले में डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) को भी सूचना दी है। मंगलवार को मामले की पड़ताल के लिए भोपाल से लोकायुक्त की टीम ग्वालियर पहुंची थी। टीम के सदस्य हुरावली स्थित परिवहन मुख्यालय पहुंचे, जहां अधिकारियों से उससे जुड़ी जानकारी मांगी। परिवहन विभाग में सौरभ की अनुकंपा नियुक्ति को लेकर पड़ताल की जा रही है, इसके साथ ही मुख्यालय से लेकर पूरे विभाग में उसके नजदीकियों की जानकारी भी जुटाई। लोकायुक्त टीम ने ग्वालियर मे सौरभ के ठिकानों पर भी पड़ताल की।