Since: 23-09-2009
ए दिल क्यूं है खफ़ा,संभल जा ज़रा कुछ ऐसी ही लाइन कभी इश्क में डूबे लोगों के लिए प्रयोग होती थी लेकिन आज स्थिति कुछ गंभीर है।आपने सोशल मीडिया, समाचार चैनलों तथा अख़बारों में तथा अपनी सोसायटी में अचानक से कभी ऐसी ख़बर जरूर सुनी होगी कि अचानक से हार्ट अटैक से फला व्यक्ति की मौत हो गयी।आपको यकीन नहीं होता होगा कि आख़िर कैसे और क्यों हो रहा है, अचानक से क्या हो सकता है , जिससे लोग मौत के मुँह में जा रहे हैं।
चाहे लोगों के रोल मॉडल फिल्मी सितारे हों जो फिटनेस पर इतना ध्यान देते हैं या फिर जो व्यक्ति रोज़ जिम में पसीना बहाकर अपने आपको फिट रखता हो सभी इसकी चपेट में आ रहें हैं। तो आइए समझने कि कोशिश करते हैं।
कुछ सवालों के जवाब जिनको जान लेने से आप अपनी ज़िंदगी को दीजिए सबसे ख़ूबसूरत तोहफा ------
भारत में हार्ट अटैक से पिछले कुछ सालों में मौत के आंकड़े
वर्ष मौत
2014 - 18,304
2015- 18,320
2016- 21,918
2017- 23,240
2018- 25,764
2019- 28,000
ज़िन्दगी के किस पड़ाव में आ सकता है हार्ट अटैक?
कुछ समय पहले हार्ट अटैक आने की उम्र 50से60वर्ष में अधिक देखी जाती थी लेकिन आज के समय में किसी को भी किसी भी आयु वर्ग के लोगों को हार्ट अटैक आ सकता है जिसमें आपके बच्चे भी इसका शिकार हो सकते हैं।
हार्ट अटैक क्यों आता है?
जब खून की गति बाधित होने लगती है तो ऐसे में दिल की उन मांसपेशियों को पंप करने के लिए खून नहीं मिल पाता और मांसपेशियां डैमेज होने लगती है, अगर यह धमनियां पूरी तरह से ब्लॉक हो जाती हैं तो इसे मेजर हार्ट अटैक कहा जाता है, जिससे मरीज की जान भी जा सकती है।
हार्ट अटैक का दर्द कहांँ होता है?
सीने में दर्द या बेचैनी महसूस होती है। छाती में दबाव, जकड़न या भारीपन जैसा महसूस हो सकता है। कुछ लोगों को दर्द का अनुभव भी होता है जो बाएं हाथ, गर्दन, जबड़े, पीठ या पेट तक हो सकता है
आपका हार्ट कितना मज़बूत कैसे जानें?
हार्ट का मेडिकल टेस्ट करने के लिए सबसे आसान तरीका है, सीढ़ियों पर चढ़ना। अगर आप एक मिनट में 50-60 सीढ़ियां चढ़ लेते हैं, तो आपका हृदय स्वस्थ है। और अगर सीढ़ियां चढ़ने में आपको अधिक समय लगता है, तो आपको दिल के प्राॅपर चेकअप की जरूरत है।
हार्ट अटैक से बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
यदि आप जिम में किसी ऐसी एक्सरसाइजेस को करते हैं जिनसे दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है तो करना छोड़ दें और सेहत बनाने के लिए किसी जिम ट्रेनर द्वारा किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट्स का सेवन न करें, खाने में फल, सलाद और सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। इसके अलावा समय-समय पर हेल्थ की जांच कराते रहें, जिससे कोलेस्ट्रॉल, शुगर, वजन, लीवर की कंडीशन के बारे में पता चल सके और अगर कोई समस्या हो रही हो तो समय रहते इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
MadhyaBharat
7 April 2023
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.
Created By: Medha Innovation & Development
|