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सुकमा। जिला मुख्यालय पहुंचे पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि झीरम कांड कांग्रेस नेताओं के आपसी वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है। स्व. महेंद्र कर्मा के बेटे छविंद्र कर्मा ने प्रदेश के आबकारी व उद्योग मंत्री कवासी लखमा का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। कांग्रेस सरकार के बड़े नेता भी समय-समय पर झीरम कांड के सबूत उनके पास होने का दावा करते हैं। अगर उनके पास सबूत हैं तो उन्हें उसे सार्वजनिक करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार सबूतों को सार्वजनिक नहीं करके किसे बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि झीरम की 10वीं बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने जगदलपुर में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेसी नेता आपस में हंसी-ठिठोली करते हुए नजर आए, 300 बकरा काटने की बात हो रही थी। कांग्रेस झीरम कांड में शहीद अपने ही नेताओं के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है।
केदार कश्यप ने कहा कि झीरम में शहीद स्व. महेंद्र कर्मा के नाम पर कांग्रेस ने तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना की शुरुआत की पर हितग्राहियों को सहायता राशि के बदले सिर्फ उन्हें डेमो चेक दिया गया। आज तक ज्यादातर लोगों के खाते में पैसे नहीं आए। इससे पता चलता है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने शहीद नेताओं के नाम पर योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर कितनी गंभीर है। कश्यप ने कहा कि झीरम मामले में मुख्यमंत्री जनता को गुमराह कर रहे हैं। अगर मुख्यमंत्री बघेल के पास झीरम कांड से संबंधित सबूत और दस्तावेज हैं तो उसे सार्वजनिक करें। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के पांच साल पूरे होने के आए हैं और झीरम मामले पर कांग्रेसी केवल घडिय़ाली आंसू बहा रहे हैं। उन्होने कहा कि जगदलपुर में बने झीरम मेमोरियल के नाम पर 06 करोड़ का फर्जीवाड़ा किया गया है। कांग्रेसी शहीदों के नाम पर राजनीति कर उनका अपमान कर रही हैं।
कश्यप ने कहा कि प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई तब से प्रदेश में अराजकता का माहौल है। ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेसी सवाल उठा रहे हैं। जबकि भ्रष्टाचार के खिलाफ ईडी द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। कांग्रेस सरकार हमेशा से भ्रष्टाचार के पक्ष में खड़ी है। भ्रष्टाचार के खेल में आईएएस अधिकारी भी शामिल हैं। कश्यप ने कहा कि मंत्री बनने के बाद से लखमा हवाई दौरा ही कर रहे हैं। कभी सड़क मार्ग से दौरा करते तो उन्हें पता चलता कि जिले की सड़कों का क्या हाल है। टेंडर जारी होने के बाद भी सड़क का काम नहीं हो पा रहा है। कमीशनखोरी के कारण सड़कों का काम रोक दिया गया है। मैं मंत्री कवासी लखमा से मांग करता हूं कि वे सड़क मार्ग से सुकमा जिले का दौरा करें।
MadhyaBharat
28 May 2023
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