Since: 23-09-2009
देहरादून। उत्तराखंड में लगातार हो रही बरसात खासकर पर्वतीय जनपदों में काल बनती जा रही है। भूस्खलन की घटनाओं से लोगों को जीना मुहाल हो गया है। बुधवार को गौरीकुंड, कोटद्वार, पिथौरागढ़,उधमसिंह नगर सहित प्रदेश के अनेक स्थानों पर जलभराव और भूस्खलन की घटनाएं से घरों में मलबा आने से तबाही मची है। राज्य में अतिवृष्टि से अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 35 लोग घायल हुए हैं। मौसम विभाग ने 13 अगस्त तक के लिए राज्य में भारी बारिश को लेकर आरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।
आज प्रदेश भर में बारिश कहर बन बरसी है। देहरादून सहित राज्य भर में सुबह से लेकर रात्रि तक बारिश का दौर जारी है। लगातार हो रही बारिश से राज्य भर के नदी-नाले उफान पर हैं। पहाड़ों में भूस्खलन की घटनाएं लोगों पर आफत बन कर टूट रही हैं।
रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड के गौरी गांव में भूस्खलन के दौरान मलबे की चपेट में आए नेपाल मूल के तीन बच्चों में से एक लड़का और एक लड़की की दबने से मौत हो गई, जबकि एक लड़की घायल हो गई है। घायल का उपचार गौरीकुंड में चल रहा है। पिछले दिनों गौरीकुंड में हुए हादसे में 20 लोग अभी भी लापता हैं।
पौड़ी जिले के कोटद्वार में आज सुबह साढ़े सात बजे के करीब ग्राम ग्राम-चूना महेड़ा पट्टी - अजमेर पल्ला में आवासीय मकान में मलबे आने से दब गये। मंगलवार रात्रि 8 बजे एक अल्टो ग्राम- देवडाली पट्टी कौड़िया 4, तहसील लैन्सडौन सीमा अंतर्गत अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त होने से चार लोगों की मौत हुई है। तहसील पौड़ी डांगी के पास में देर रात्रि 2 बजे के करीब मैक्स दुर्घटना में एक की मौत हुई, जबकि चार लोग घायल हो गए। इस वाहन में कुल पांच लोग सवार थे। घायल को सतपुली में भर्ती कराया गया है।
उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में एनएच 74 पर लोगों ने सरवरखेड़ा के पास आज यहां ढेला नदी पर बने पुल का एक हिस्सा गिर गया। सूचना पर एनएच और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और बैरीकेडिंग कर मार्ग बंद करा दिया। वहां पर लोगों की भीड़ लग गई थी। फिलहाल अधिकारियों ने वहां सुरक्षा के लिहाज से आवश्यक प्रबंध कर दिये हैं।
बुधवार सुबह साढ़े बजे के करीब पिथौरागढ़ जिले में मुनस्यारी धापा मोटर मार्ग रोलर पुल को सुचारु करने के दौरान एक जेसीबी मशीन आपरेटर के ऊपर अचानक बोल्डर गिर गया, जिससे आपरेटर की मौके पर मौत हो गई। उधमसिंह नगर में बारिश का पानी अधिक से होने से जलभराव की स्थिति बनी हुई है। तहसील गदरपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
प्रदेश भर में 15 जून से लेकर अब तक 46 लोगों की अतिवृष्टि से मौत हुई है, जबकि 35 लोग घायल हुए हैं। सबसे अधिक उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में 08-08 और टिहरी,हरिद्वार, उधमसिंह नगर में 05-05, चमोली, नैनीताल में 03-03, पिथौरागढ़,बागेश्वर में 02-02,पौड़ी में 01,देहरादून में 04 की मौत हुई हे। कुल राज्य में 23 लापता हैं। इनमें से 20 रुद्रप्रयाग और 03 पौड़ी जिले में हैं। यही नही राज्य में 15 जून से लेकर अब तक सड़क दुघर्टनाओं में 50 लोगों को जान गंवानी पड़ी है और 158 लोग घायल हुए हैं, जबकि 3 लापता हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में शुक्रवार को चार जिलों चमोली, बागेश्वर, चंपावत और नैनीताल में गरज-चमक के साथ भारी से भारी बारिश को लेकर आरेंज अलर्ट और अन्य 09 जिलों के लिए येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। प्रदेश के सभी जिलों के लिए 11 अगस्त को येलो और 12 अगस्त को 07 जिलों के लिए आरेंज और 13 अगस्त को 10 जिलों में आरेंज और के अलावा अन्य जिलों के लिए बारिश को लेकर येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है।
प्रदेश में कुल दो राष्ट्रीय राजमार्ग और 04 बॉर्डर मार्ग सहित कुल 173 अन्य सड़कें भूस्खलन और बारिश से बाधित हैं। पौड़ी और पिथौरागढ़ में में एक-एक राष्ट्रीय और चार बॉर्डर मार्ग बंद हैं, जिन्हें खोलने का कार्य जारी है।
MadhyaBharat
10 August 2023
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.
Created By: Medha Innovation & Development
|