Since: 23-09-2009
नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना ने चीन और पाकिस्तान से एक साथ मुकाबला करने के लिए जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर एयरबेस पर चौथी पीढ़ी के अपग्रेडेड मिग-29 यूपीजी को तैनात किया है। यह अत्यधिक लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल के साथ हमला करने में सक्षम है। इस स्क्वाड्रन को पुराने मिग-21 जेट को बदलने के लिए तैनात किया गया है।
वायु सेना के मुताबिक मिग-29 यूपीजी लड़ाकू विमान की युद्धक क्षमता अधिक है। यह एवियोनिक्स और लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस है। दुश्मनों को जवाब देने के लिए इसे घातक हथियारों से भी लैस किया गया है। यह एयरबेस श्रीनगर कश्मीर घाटी के केंद्र में स्थित है और इसकी ऊंचाई मैदानी इलाकों से अधिक है। मिग-29 उन सभी मानदंडों को पूरा करता है, जिसके कारण दोनों मोर्चों पर एक साथ दुश्मनों से मुकाबला करने में सक्षम हैं। मिग-21 की तुलना में मिग-29 के कई फायदे हैं। यह लंबे समय तक कश्मीर घाटी में भारत की ओर आंख उठाकर देखने वाले दुश्मनों को मुहंतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
वायु सेना के एक अधिकारी ने मिग-29 यूपीजी की लड़ाकू क्षमता के बारे में बताया कि 2019 में बालाकोट हवाई हमलों के बाद यही विमान पाकिस्तानी आतंकवादी शिविरों पर अटैक करके एफ-16 को मार गिराने में भी कामयाब रहा था। मिग-29 को बहुत लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों से भी लैस किया गया है। सशस्त्र बलों को दी गई आपातकालीन खरीद शक्तियों का उपयोग करते हुए इसे घातक हथियारों से भी लैस किया गया है।
उन्होंने बताया कि दुश्मनों के साथ एयर स्ट्राइक होने पर मिग-29 दुश्मन के विमानों की क्षमताओं को जाम करने में सक्षम है। यह रात में नाइट विजन चश्मे के साथ काम कर सकता है। हवा से हवा में ईंधन भरने की क्षमता के कारण इसकी रेंज लंबी है। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध शुरू होने पर 2020 में एलएसी पर चीनी विमानों का मुकाबला करने के लिए मिग-29 को तैनात किया गया था। उसी समय से कई बार चीन के नापाक मंसूबों को नाकाम किया गया है। अब मिग-29 यूपीजी लड़ाकू विमान श्रीनगर एयरबेस से पाकिस्तान और चीन पर पैनी नजर रखेगा और जरूरत पड़ने पर करारी शिकस्त भी देगा।
MadhyaBharat
12 August 2023
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.
Created By: Medha Innovation & Development
|