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देहरादून। उत्तराखंड में लगातार भूस्खलन और पहाड़ चटकने की घटनाएं लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही हैं। मानसून सीजन से हुई तबाही में अब तक राज्य में लगभग 01 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। राज्य में 04 बार्डर मार्ग सहित कुल 221 सड़कें बंद हैं, जिन्हें खोलने का कार्य जारी है। मौसम विभाग ने प्रदेश में 24 अगस्त तक के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी है।
देहरादून में सुबह से लेकर दोपहर तक सूर्यदेव का लुकाछिपी का खेल जारी है। आसमान में काले बादल छाए हुए हैं। राज्य में इस बार शुरू से ही मानसून सक्रिय रहा। इस कारण सरकार के तरफ से कई बार मौसम को देखते हुए चारधाम यात्रा पर यात्रियों को यात्रा करने से रोकना पड़ा। राज्य में अतिवृष्टि के कारण आपदा की स्थिति से प्रदेश वासियों के जनजीवन पर बुरा असर पड़ा है और जान माल का नुकसान उठाना पड़ा है। नदी-नालों की विकराल दशा लोगों को भयभीत कर रहा है तो भूस्खलन, भू धंसाव के कारण सार्वजनिक निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंच रहा है।
जिलाधिकारी देहरादून के निर्देश पर आपदा प्रभावित जाखन गांव के आसपास भू-वैज्ञानिक की टीम ने अध्ययन किया है। बताया जा रहा है कि अतिवृष्टि के चलते बारिश का पानी मिट्टी में लगातार रिसता रहा, जिससे यह घटना घटित हुई है। अध्ययन टीम का कहना है कि जिस जगह पर लैंड स्लाइड हुआ है वहां अब भू-धंसाव की कम आशंका है, लेकिन एक्टिव जोन होने के कारण जमीन अस्थिर हो गई है।
एसडीआरएफ टीम ने पशु लोक बैराज से एक महिला के शव को निकालकर ऋषिकेश पुलिस को किया सुपर्द किया है। शिनाख्त के लिए सभी थानों को अवगत कराया गया है। एसडीआर एफ फ्लड रेस्क्यू टीम इंचार्ज, निरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि बरामद महिला का शव 8 से 10 दिन पुराना है, जिसकी उम्र 35 से 40 प्रतीत हो रही है।
राज्य में 15 जून से लेकर अब तक 78 लोगों को जान गंवानी पड़ी हैं और 48 घायल हुए हैं जबकि 18 लापता हैं। इस बार वर्षा नुकसान का आंकलन वर्षा काल के बीच से किया जा रहा है। लोक निर्माण,ऊर्जा सहित अन्य विभागों को मिलाकर कुल अब तक आपदा से एक हजार करोड़ रुपये की क्षति का अनुमान है।
मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान में आज (रविवार) को हरिद्वार और उधम सिंह नगर को छोड़कर अन्य 11 जिलों के लिए गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी है। राज्य में 21 और 22 अगस्त के लिए देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, बागेश्वर, चमोली, नैनीताल जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट है जबकि अन्य के लिए येलो जारी है। प्रदेश भर में 23 और 24 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के सीमांत जिला पिथौरागढ़ में 04 बॉर्डर और राज्य में 16 राज्य मार्ग सहित लगभग 221 अन्य सड़कें अवरुद्ध हैं। इन बंद मार्गों को खोलने का कार्य जारी है।
सचिव आपदा रंजीत कुमार सिन्हा ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि मानसून अभी सक्रिय है और क्षति का आकलन भी विभागवार किया जा रहा है। मानसून के बाद क्षतिपूर्ति के दृष्टिगत मदद के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। केन्द्र की टीम भी राज्य में अतिवृष्टि से हुई नुकसान का जायजा लिया है। अब तक लगभग 01 हजार करोड़ का नुकसान का अनुमान है। फाइनल आंकड़े आने के बाद मदद के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। देहरादून के जाखन में अध्ययन टीम को सर्वे के लिए भेजा गया है रिपोर्ट अध्ययन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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