Since: 23-09-2009
ग्वालियर। आश्विन मास शुक्ल पक्ष शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर शनिवार को मनाई जाएगी। वरिष्ठ ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इसी दिन खण्डग्रास चन्द्रग्रहण लगने जा रहा है जो शनिवार की रात दूसरे प्रहर में रात्रि 11:31 बजे प्रारंभ होगा। ग्रहण का मध्य रात्रि 01:44 और मोक्ष 03:56 पर होगा। ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 25 मिनट है। ग्रहण का सूतक सायं 4:05 बजे से शुरू होगा। इस दौरान शाम के समय मंदिरों के पट बंद रहेंगे।
ज्योतिषाचार्य डॉ. सतीश सोनी के अनुसार शरद पूर्णिमा वाले दिन अश्वनी शुक्ल पूर्णिमा यानी 28 अक्टूबर शनिवार को मध्य रात्रि चंद्र ग्रहण होगा जो भारत में दिखाई देगा। ग्रहण का सूतक शाम 04:05 बजे से लग जाएगा। इसी के साथ सभी मंदिरों के कपाट पूजन के बाद बंद हो जाएंगे। क्योंकि इसी मध्य रात को चंद्रग्रहण लगेगा तो चंद्रमा की सोलह कलाए दूषित रहेंगी और अमृत की वर्षा पर विराम लगेगा। सूतक काल में किसी प्रकार की खीर बनाकर रखना बाद में उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करना उचित नहीं है। भारत के अलावा यह ग्रहण एशिया, यूरोप, आस्ट्रेलिया, अफ्रीका एवं अमेरिका के पूर्वी भू-भाग में दिखाई देगा।
राशियों पर प्रभाव: इस ग्रहण के कारण मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर और मीन राशि वाले व्यक्तियों पर कष्ट रहेगा। मिथुन, कर्क, वृश्चिक, कुंभ वालो को विजय सुख, लक्ष्मी प्राप्ति के योग बनेंगे।
MadhyaBharat
27 October 2023
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.
Created By: Medha Innovation & Development
|