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रेव पार्टी समलैंगितता ने फैलाया मंकीपॉक्स
यूरोपीय देशों में मंकीपॉक्स फैलता जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह बीमारी विकसित देशों में ज्यादा हो रही है। बीमारी के फ़ैलने के तरीके ने देशों को इस पर सोचने पर मजबूर किया कि यह बीमारी कहीं एंडेमिक से पेंडेमिक तो नहीं हो रही। WHO के इमर्जेंसी डिपार्टमेंट के हेड रहे डॉ डेविड हेमन ने कहा कि स्पेन और बेल्जियम में हाल ही में दो रेव पार्टियां हुई थीं। जिसमें ड्रग्स, शराब, म्यूजिक, डांस और सेक्स सब कुछ था। माना जा रहा कि यहां हुए 'रिस्की सेक्शुअल बिहेवियर' की वजह से विकसित देशों में मंकीपॉक्स फैला है। यह बीमारी संक्रमित लोगों से करीबी संपर्क होने पर ही फैलती है। है। ऐसा लग रहा है कि सेक्शुअल इंटरकोर्स ने इंफेक्शन को तेजी से बढ़ा दिया है। आपको बता दें की पहली बार मंकीपॉक्स 1958 में खोजा गया था। तब रिसर्च के लिए रखे दो बंदरों में चेचक जैसी बीमारी के लक्षण सामने आए थे। इंसानों में इसका पहला मामला 1970 में चेक रिपब्लिक कॉन्गों में 9 साल के बच्चे में पाया गया था । आम तौर पर ये बीमारी रोडेंट्स यानी चूहे गिलहरी वगैरह और नर बंदरों से फैलती है। यह बीमारी कंसर्न का विषय तब बनी जब इसने यूरोपीय देशों में फैलना शुरू कर दिया। हालांकि भारत में अभी इस बीमारी का कोई भी मरीज सामने नहीं आया है। विश्व में करीब 100 लोगों में इस बीमारी के लक्षण दिखे हैं। जिसमे ज्यादातर देश यूरोप के हैं। और आशंका जताई जा रही है कि ये बीमारी समलैंगितता और रेव पार्टी से फैली है। इतने सालों में ये बीमारी कभी भी बड़े पैमाने पर अफ्रीका के बाहर नहीं गई, लेकिन इस बार बिना अफ्रीका की ट्रैवल हिस्ट्री के विकसित देशों में मैंकीपॉक्स के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसी नए पैटर्न की वजह से दुनिया घबराई हुई है। आपको बता दें कि 23 मई को राजधानी मैड्रिड में अब तक 30 मामले सामने आ चुके हैं। केनरी आइलैंड पर हुए गे परेड में 80 हजार से ज्यादा लोग आए थे। हम इस गे परेड और मंकीपॉक्स फैलने के बीच के संबंध को इन्वेस्टिगेट कर रहे हैं। पुर्तगाल और स्पेन के अधिकारियों के मुताबिक ज्यादातर समलैंगिक सेक्स करने वालों में इंफेक्शन की बात सामने आई है। ये लोग सेक्सुअल हेल्थ क्लिनिक में जख्मों का इलाज कराने गए थे। उसी दौरान उनकी जांच में मंकीपॉक्स संक्रमित होने का पता चला। इस बीमारी के लक्षण चेचक जैसे ही होती है। 90 प्रतिशत लक्षण चेहरे पर दिखते है। उसके बाद हाथों और पैर फिर इंटरनल पार्ट में लक्षण देखे जा सकते हैं। मंकीपॉक्स इलाज है। इसके लिए वैक्सीन भी उपलब्ध है। जर्मनी ने करीब 40 हजार डोज रिज़र्व कर लिए हैं। ऐसे ही कई देशों में वैक्सीन की मांग बढ़ गई है। वहीं चीन ने इस मामले में अमरीका को दोषी ठरते हुए कहा कि मंकी पॉक्स अमेरिका द्वारा फैलाया जा रहा है। ये बीमारी सम्पर्क में आने और जख्मो के जरिये शरीर में प्रवेश करता है। फिलहाल इस बीमारी से मरने की खबरे अभी तक नहीं आई हैं।
MadhyaBharat
25 May 2022
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