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कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर भी होगी चर्चा
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आसियान-भारत स्मृति शिखर सम्मेलन और 17वीं पूर्वी एशिया शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर कंबोडिया रवाना हो गए हैं। बता दें कि भारत कांबोडिया सहित आसियान के साथ अपने संबंधों को काफी महत्व देते आ रहे हैं और यह भारत की एक्ट ईस्ट नीति के केंद्र रहा हैं।2022 को आसियान- भारत मित्रता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इस वर्ष भारत आसियान भागीदारी के तीस वर्ष भी पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई गई है। इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में भारतीय मीडिया का एक शिष्टमंडल आसियान- भारत मीडिया आदान-प्रदान कार्यक्रम के अंतर्गत आठ नवम्बर से 13 नवम्बर तक सिंगापुर और कम्बोडिया की यात्रा पर हैं। इस यात्रा के पहले चरण में शिष्टमंडल ने सिंगापुर भारत वाणिज्य और उद्योगमंडल का दौरा किया। शिष्टमंडल ने भारत सिंगापुर संबंधों पर विचारों का आदान-प्रदान किया, जिसमें व्यापार अनुकूल नीतियों और भारत से सिंगापुर गए व्यापार समुदाय की आकांक्षाओं पर ध्यान केन्द्रित किया गया। शिष्टमंडल ने सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त पी. कुमारन से भी भेंट की और उनसे दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण भागीदारी की जानकारी प्राप्त की। अपनी यात्रा का पहला चरण पूरा करने के बाद शिष्टमंडल कम्बोडिया पहुंच गया है। शिष्टमंडल ने भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के आसियान सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रस्तावित कम्बोडिया दौरे से पहले अंकोरवाट और ता-प्रोह्म मंदिर परिसरों का दौरा किया। उन्होंने भारत सरकार और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा इन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए किये गये कार्यों का जायजा लिया।उपराष्ट्रपति धनखड़ 11-13 नवंबर तक कंबोडिया की यात्रा पर रहेंगे। वह 12 नवंबर को नामपेन्ह में आसियान-भारत स्मृति शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस वर्ष आसियान-भारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ है और इसे आसियान-भारत मित्रता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ अपनी यात्रा के दौरान कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। धनखड़ कंबोडिया के नरेश से भी मुलाकात करेंगे। आसियान के 10 सदस्य देश शामिल हैं। इन देशों में कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलेशिया, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपीन, वियतनाम ब्रूनेई दारूस्सलाम, शामिल हैं। आठ डायलॉग पार्टनर हैं, जिसमें भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हैं।
MadhyaBharat
11 November 2022
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