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कोरोना का कहर दुनियां में फिर छा रहा है,लेकिन भारत में नए केस रोजाना घट रहे हैं। शुक्रवार को देश में कोरोना के नए केस में 53 फीसदी की कमी आई। यहां रिकवरी रेट 98.81% पर है।उधर, अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने शुक्रवार को कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों से सावधानी बरतने को कहा है। CDC के मुताबिक, इन सावधानियों में हाई क्वालिटी वाले मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाना शामिल है।कोरोना ने चीन के बड़े शहरों और कस्बों के साथ-साथ गांवों में भी भयंकर तबाही मचानी शुरू कर दी है।कुछ ही दिनों में इतने लोगों का अंतिम संस्कार हुआ है कि उत्तरी शांक्सी प्रोविंस में लोगों को दफनाने के लिए ताबूतों की भी कमी हो गई है।जापान में शुक्रवार को कोरोना के 53911 कोरोना के केस दर्ज किए गए हैं। राजधानी टोक्यो में ही कुल 5061 केस दर्ज किए गए, जबकि एक दिन में 410 लोगों की मौत हुई है। जापान में गुरुवार को कोरोना के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में भी कमी आई है।गुरुवार को 585 लोग अस्पताल में भर्ती हुए। इसी बीच जापान ने तय किया है कि वो 8 मई से कोरोना को नॉर्मल फ्लू की कैटेगरी में शामिल करेंगे। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा का कहना है कि इससे जनता कोरोना को नॉर्मल मानेगी और वायरस के साथ जीना सीखेगी।चीन के सेंटर फॉर डिसिज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के मुताबिक, लूनर न्यू ईयर के मौके पर कोरोना से हुई मौतों में 80% कमी आई है। दरअसल, एक्स्पर्ट्स का कहना था कि 21 जनवरी के बाद यानी लूनर न्यू ईयर के समय लोगों का घर आना-जाना लगा रहेगा, जिसके चलते संक्रमण बढ़ेगा और कई मौतें होंगी।हांग कांग यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च के मुताबिक, चीन की राजधानी बीजिंग की 92% आबादी जनवरी के आखिर तक कोरोना से संक्रमित हो जाएगी। यहां की जनसंख्या 2 करोड़ 20 लाख है। बीजिंग समेत चीन के कई बड़े शहरों में कई बार कोरोना का पीक आ सकता है। यह लूनर न्यू ईयर के दौरान बड़ी संख्या में हो रही आवाजाही के कारण हो रहा है।
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