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इजराइल के हैकर्स दुनियाभर में 30 से ज्यादा देशों में चुनावी धांधली कर रहे हैं। ये हैकर्स सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाते हैं। भारत समेत अमेरिका और ब्रिटेन में भी ये हैकर्स इसी तरह की धांधली कर रहे हैं। ब्रिटेन के अखबार ‘द गार्डियन’ की एक इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।गार्डियन रिपोर्ट के मुताबिक फेक न्यूज फैलाने वाले हैकर्स ग्रुप के लीडर का नाम ताल हनान है। वह इजराइल की स्पेशल फोर्स में रह चुका है। 50 साल का हनान पिछले 20 साल से जॉर्ज के फर्जी नाम से दुनियाभर के देशों में चुनावी धांधली और फेक न्यूज को अंजाम दे रहा है। उसके साथी ‘टीम जॉर्ज’ के कोडनेम से ऑपरेट करते हैं। इंटरनेशनल कन्सोर्टियम ऑफ जर्नलिस्ट्स के पास धांधली के फुटेज और डॉक्यूमेंट्स मौजूद हैं।कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा और सुप्रिया सुनेत ने गुरुवार को इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। खेड़ृा ने कहा- टीम जॉर्ज वही काम करती है जो BJP का IT सेल करता है। दोनों ही चुनाव प्रभावित करने के लिए फेक न्यूज फैलाते हैं। इसके लिए भाजपा फॉरेन हैकर्स के नेटवर्क का इस्तेमाल कर रही है। पेगासस मामले को सरकार ने दबा दिया था। क्या यह सच नहीं है कि भारत जोड़ो यात्रा को पांच महीने तक फेक न्यूज के जरिए निशाना बनाया गया।सुप्रिया श्रीनेत ने कहा- भारत में 18 हजार सोशल मीडिया अकाउंट भाजपा के लिए फेक न्यूज फैला रहे हैं। भारत की डेमोक्रेसी को भाजपा ने हाईजैक कर लिया है। इजराइली एजेंसी यह काम कर रही है। अगर सरकार कुछ नहीं करती तो इसका मतलब ये हुआ कि वो चुनावी में दखलंदाजी के लिए खुद मदद चाहती है। पहले भी मोदी सरकार पर इसी तरह के आरोप लग चुके हैं।हैकर्स के लीडर जॉर्ज ने गार्डियन के अंडरकवर रिपोटर्स को बताया- हमारा काम गुपचुप तरीके से पब्लिक ओपिनियन को मैनिपुलेट या प्रभावित करना होता है। हम इंटेलिजेंस एजेंसियों के अलावा पॉलिटिकल कैम्पेन और प्राईवेट कंपनियों के लिए भी काम करते हैं। अफ्रीका, दक्षिण-मध्य अमेरिका के अलावा USA और यूरोप में हमारा नेटवर्क है।जॉर्ज की टीम के पास स्पेशल सॉफ्टवेयर पैकेज और मीडिया को प्रभावित करने वाले एप्रेटस हैं। ये टीम ट्विटर, लिंक्डइन, फेसबुक, टेलिग्राम, जीमेल, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर हजारों फेक सोशल मीडिया हैंडल ऑपरेट करती है। जॉर्ज ने यह भी बताया कि उसने एक ब्लॉगर मशीन भी बनाई है। इसके जरिए वेबसाइट्स बनाई जा सकती है और इनसे सोशल मीडिया कंट्रोलिंग की जा सकती है, फेक न्यूज फैलाई जा सकती है।
MadhyaBharat
17 February 2023
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