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ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में वायु प्रदूषण चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया है। शहर में सुबह हो या शाम, हर वक्त धुंध नजर आती है। इसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि यहां की हवा में धूल, कण और धुआं शामिल है। इस वजह से पूरा आसमान धुएं के आगोश में लिपटा नजर आता है। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण ग्वालियर में दर्ज किया गया है। यहां का एक्यूआई स्तर 350 के पार पहुंच गया है।
ग्वालियर में वायु प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह पूरे शहर में जगह-जगह खुदी पड़ी सड़के हैं। इन सड़कों पर यातायात के कारण उड़ने वाले धूल के कण हवा को प्रदूषित कर रहे हैं। इसके अलावा शहर में करीब 12000 से ज्यादा पुराने डीजल वाहन धुआं उगल रहे हैं। वही ग्वालियर की भौगोलिक स्थिति कटोरा के आकार की है। इसके कारण यहां एक्यूआई स्तर लगातार घातक स्तर तक पहुंच रहा है।
ग्वालियर में हवा खराब होने के कारण बच्चे, बुजुर्गों, दमा और अस्थमा के मरीजों पर असर पड़ रहा है। अस्पतालों में सर्दी खांसी और एलर्जी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। शहर के लोग इस बात से नाराज हैं कि लापरवाह बना नगरीय निकाय और जिला प्रशासन इस पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहा है।
MadhyaBharat
24 November 2023
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