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दिल्ली: कौन सो काज कठिन जग माही, जो नहिं होइ तात तुम पाई।मतलब ऐसा कोई भी काम नहीं है, जो हनुमान जी नहीं कर सकते।आज इन पंक्तियों का जिक्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के 44 वें स्थापना दिवस पर की,और भाजपा की ताकत से कार्यकर्ताओं को शून्य से शिखर तक पहुंचने की गौरव गाथा से रुबरू कराया।लोकतंत्र के शीर्ष पर कााबिज भारतीय जनता पार्टी कैसे 43 साल पहले स्थापना के बाद आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है चलिए जानते हैंआज की स्पीच में प्रधानमंत्री की बड़ी बातों से जो उन्होंने कार्यक्रम कहीं -
मोदी के स्पीच की बड़ी बातें, कहा- भाजपा हनुमानजी से प्रेरणा लेती है
उन्होंने कहा, 'आज हम देश के कोने-कोने में भगवान हनुमानजी की जयंती मना रहे हैं। बजरंगबली के नाम का घोष चारों तरफ गूंज रहा है। हनुमानजी का जीवन, प्रसंग आज भी हमें भारत की विकास यात्रा में प्रेरणा देते हैं। हमारी सफलताओं में महान शक्ति के आशीर्वाद प्रतिबिंबित होते हैं।' 'आज तक जिन महान लोगों ने पार्टी को संवारा है, समृद्ध और सशक्त किया है, उन कार्यकर्ताओं और नेताओं को शीश झुकाकर प्रणाम करता हूं।' 43 साल पहले 6 अप्रैल 1980 को भाजपा का गठन हुआ था।भाजपा 'कैन डू' एटीट्यूड की तरह कोशिश करती है: हनुमानजी का पूरा जीवन देखें तो उनके भीतर का कैन डू एटीट्यूड और संकल्पशक्ति हर प्रकार की सफलता में बहुत बड़ी भूमिका अदा करती है। कौन सो काज कठिन जग माही, जो नहिं होइ तात तुम पाई। ऐसा कोई भी काम नहीं है, जो हनुमान नहीं कर सकते। लक्ष्मण पर संकट आया तो हनुमान संजीवनी पर्वत ले आए। भाजपा भी लोगों की समस्या हल करने के लिए ऐसा प्रयास करती रही है, करती रहेगी। राम काज किन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम।आज देश का गरीब, आम आदमी, युवा, माताएं-बहनें, शोषित-वंचित हर कोई भाजपा के कमल को खिलाने और रक्षा करने के लिए ढाल बनकर खड़ा है। लेकिन हमारा जोर विकास, देशवासियों के कल्याण पर है।'कई लोगों को भाजपा के काम पच नहीं रहे: 'जब हमारा मजाक उड़ाकर सफल नहीं हुए तो बादशाही मानसिकता वाले लोगों की नफरत और बढ़ गई। दशकों से हिंसा झेल रहे कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट में शांति का सूरज उगेगा, ये उन्होंने सोचा नहीं था। आर्टिकल 370 इतिहास हो जाएगा, ये उन्होंने कल्पना नहीं की थी। जो काम दशकों तक नहीं हुए, वो भाजपा कैसे कर रही है, वो इन्हें पच नहीं रहा है।'अति आत्मविश्वास का शिकार नहीं होना है: भाजपा को 21वीं सदी की भविष्य की पार्टी बनाना है। अति आत्मविश्वास का शिकार नहीं होना है। लोग अभी से कह रहे हैं कि 2024 में भाजपा को कोई नहीं हरा सकता। यह बात सही है,लेकिन भाजपा कार्यकर्ता के नाते हर नागरिक का दिल जीतना होगा। हर चुनाव उसी परिश्रम से लड़ना है, जैसा 80 के दशक से लड़ते आए हैं।"बीजेपी यूट्यूब चैनलों और ट्विटर हैंडल से पैदा नहीं हुई है, बीजेपी जमीन पर काम करके, गरीबों के साथ तपकर आगे बढ़ी है।"
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